आंगणवा क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती मरीज कर रहे योगाभ्यास
जोधपुर। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने व चेन ब्रेक करने के उद्देश्य से कोरोना संदिग्ध, बाहर से आये नागरिक, कोरोना पॉजिटिव के कांटेक्ट लोग व पॉजिटिव मरीज जो अस्पताल से डिस्चार्ज हुए है उन्हें 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है क्योंकि 14 दिन तक उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रभाव खत्म हो जाये, ताकि वे बाहर जाकर अन्य किसी को संक्रमित नही कर सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा ने बताया कि जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से निरन्तर कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए प्रयासरत है। हॉट स्पॉट क्षेत्र से निरन्तर रूप से रैंडम सैम्पलिंग ली जा रही है और संदिग्ध व पॉजिटिव मरीजो के परिजन एवं कॉन्टैक्ट में आए लोगो को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। डॉ. मण्डा ने बताया कि आंगणवा में बनाये गए क्वारेंटाईन सेंटर में करीब 530 लोग रहे है। उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के पीपी व्यास द्वारा योग व व्यायाम करवाया जा रहा है, ताकि उन्हें तंदुरुस्त रखा जा सके और उन्हें वहां पर घर जैसा माहौल मिल सके इसके लिए पूरा ध्यान रखा जा रहा है। योग के साथ ही उन्हे कोरोना के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है और उन्हें बताया जा रहा है कि नियमित योगाभ्यास करने से फेंफड़े मजबूत होते है। यह योग क्रिया उन्हें अलग-अलग बैच बनाकर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते करवाई जा रहा है। साथ ही डॉ. मण्डा ने लोगो से अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार होम आइसोलेशन व क्वारेंटाइन का पालन करे, इससे आप स्वयं व दुसरो को भी कोरोना के संक्रमण से बचा सकते है।