आज की रात भगवान श्रीकृष्ण को इन 5 चीजों में से एक कर दें अर्पित

आज हर तरफ Krishna Janmashtami की धूम है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार थे। श्रीकृष्ण अवतार से जुड़ी हर घटना और उनकी हर लीला निराली है। इनके मोहक रूप का वर्णन कई धार्मिक ग्रंथों में किया गया है। धर्मशास्त्र के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। भगवान श्रीकृष्ण को दूध, दही और माखन-मिश्री बहुत ही प्रिय था। इसके अलावे भगवान श्रीकृष्ण को और भी बहुत कुछ पसंद था। जन्माष्टमी के मौके पर हम आज आपको बताएंगे कि किन पांच चीजों को रखकर भगवान कृष्ण की पूजा करना चाहिए। माना जाता है कि इन पांच चीजों को भगवान के समक्ष रखकर सच्चे दिल से प्रार्थना करने से हर मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।

बांसुरी : जैसा कि हम सभी जानते हैं कि श्रीकृष्ण को बांसुरी अत्यंत प्रिय है। जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण के समक्ष बांसुरी रखकर पूजा करें। क्योंकि बांसुरी सरलता और मीठास का प्रतीक है।

मोरपंख : भगवान श्रीकृष्ण अपने मुकुट में मोर पंख धारण करते हैं। मोर पंख को सम्मोहन और भव्यता का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि मोर पंख दुखों को दूर कर जीवन में खुशहाली लाता है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के समक्ष मोर पंख अवश्य रखें।

मिश्री : भगवान श्रीकृष्ण को माखन मिश्री बहुत ही प्रिय है। मिश्री मीठास का प्रतीक माना गया है। यही कारण है कि जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के समझ मिश्री अवश्य रखें क्योंकि जीवन मिठास का होना बेहद जरूरी है।

वैजयंती की माला : भगवान श्रीकृष्ण हर वक्त अपने गले में वैजयंती की माला धारण किए रहते हैं। इसलिए जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को वैजयंती की माला जरूर पहनाएं।

पीतांबर और चंदन का तिलक : जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण सदैव पीतांबर धारण किया करते थे और माथे पर चंदन का तिलक। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से पहले उन्हें चंदन अवश्य समर्पित करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button