क़ौमी एकता की चादर शरीफ़ व निशान पेश
जोधपुर। आफताबे जोधपुर शाहे विलायत ख्वाला अब्दुल लतीफ़ शाह रहमतुल्लाहि अलैहि का 117वें उर्स के दौरान मंगलवार को क़ौमी एकता की चादर पेश की गई। जैसे जैसे उर्स का वक़्त बीत रहा हैं, वैसे वैसे जायरीन की आमद बढ़ रही हैं। एक मेले सा माहौल बना हुआ है।
दरगाह नाजिम पीर कारी मोहम्मद अबुल हसन मीनाई चिश्ती ने बताया कि मंगलवार को महफिले समां के बाद मोहम्मद अय्यूब मीनाई की तरफ से चादर शरीफ पेश की गई। इस मौक़े पर भारी तादाद में अक़ीदतमन्द मौजूद थे। चादर पेश करने के बाद मुल्क में अमनो अमन व आपसी प्रेम सौहार्द के लिए दुआ की गई। इस मौके पर पार्षद छोटू उस्ताद, सलीम खान, मोहम्मद इस्तियाक, अब्दुर्रशीद पप्सा, अमजद खान, कमरूल हसन मीनाई, रिजवान अहमद, इरफान अहमद सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रवक्ता अमजद खान ने बताया कि उर्स के मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवा देने वाले डॉ. अरशद अली, डॉ. दरख्शां चिश्ती, डॉ. शगुफ्ता चिश्ती, इक़बाल कैफ़, प्रो. डॉ. अय्यूब खां, गुलाम मोहम्मद, डॉ. एस.पी. रंगा, जहूर अहमद कासमी, भंवरू खां एडवोकेट, इरफान अहमद पठान, रमजान खां, प्रसन्नपुरी गोस्वामी, नूर मोहम्मद, इरशाद मोहम्मद खान, यूनुस चौपदार, लियाकत अली उमस, जमील बख्शी, मनीष टाक और अता मोहम्मद को निशाने लतीफ़ से सम्मानित किया गया। सज्जादानशीन पीर नजमुल हसन चिश्ती ने बताया कि बुधवार को क़ौमी एकता का कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें शहर के गणमान्य विद्वान, इतिहासकार और धार्मिक समाज सेवियों को सम्मानित किया जाएगा। गुरूवार 20 फरवरी को बड़ा उर्स मनाया जायेगा।