क्वारेंटाइन सेंटरों में अव्यवस्थाओं पर जताया रोष
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र्र गहलोत, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र जोशी, पूर्व महापौर घनश्याम ओझा, भाजपा ग्रंथालय निर्माण प्रकल्प प्रदेश प्रमुख राजेन्द्र बोराणा ने जोधपुर प्रशासन व गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जोधपुर में कोरोना संक्रमण की विस्फोटक स्थिति से जोधपुर का आमजन डरा व सहमा हुआ है। भाजपा नेताओं ने मांग की है कि जोधपुर में इस स्थिति का जिम्मेदारी कौन है उस पर राज्य सरकार कार्यवाही करें। साथ ही क्वारेंटाइन सेन्टरों पर लगातार प्रशासन द्वारा की जा रही अव्यवस्थाओं को लेकर कड़ा विरोध जताया है कि और कहा कि जिस तरह से पीडि़तों से पैसे की मांग की जा रही है वह अमानवीय है। एम्स में लोगों को पानी की बोतल नहीं मिलना, चाय की व्यवस्था नहीं होना, समय पर भोजना नहीं मिलना इत्यादि सभी सामान्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त कराने की मांग की है।भाजपा नेताओ ंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह की नीतियों राज्य सरकार व प्रशासन कार्य कर रही है उससे ऐसा लगता है कि एक विशेष समुदाय को विशेष सुविधाऐं दी जा रही है और दूसरी ओर जहां अन्य पीडि़तो को सामान्य सुविधाओ ंसे भी वंचित किया जा रहा है जो कि अन्यायपूर्ण है। इन्होंने मांग की है कि इनकी तरफ भी जिला प्रशासन व राज्य सरकार को ध्यान देना चाहिये और उन्हें हर प्रकार की एक जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवायी जावें। साथ ही भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में ऐसी अव्यवस्था हो रही है तो पूरे राजस्थान में कैसी व्यवस्था होगी जो कि एक गंभीर विषय है, इन अव्यवस्थाओं को तुरन्त प्रभाव से सुधारा जावें। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि इन अव्यवस्थाओं को सुधारने में यदि प्रशासन नाकाम रहता है तो भोजन, पानी इत्यादि व्यवस्थाओं को लेकर सामाजिक संस्थाओं को जिम्मेदारी दे देनी चाहिये। भोजन, पानी में प्रति व्यक्ति पर सरकार जो पैसा खर्च कर रही है उससे भी कम लागत में सामाजिक संस्था अच्छी सेवाएं प्रदान करेगी। भाजपा संभाग मीडिया प्रभारी जगदीश धाणदिया ने बताया कि भाजपा नेताओं ने स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य कर्मी जिस तरह से स्वास्थ सेवा में लगे हुए है, वे बधाई के पात्र है। स्वास्य कर्मियों ने जिस तत्परता से काम किया है जिससे कोविड-19 का संक्रमित व्यक्ति पॉजिटिव से नेगेटिव आना बड़ी बता है। निश्चित रूप से स्वास्थ्य विभाग धन्यवाद का पात्र है।