पाली जिले में 28 कोरोना पाॅजिटिव केस आए
सेवा भारती समाचार
पाली। जिले में मंगलवार सांय तक कुल 28 कोरोना पाॅजिटिव केस आए है जिनमें से 26 केस एक्टीव है।
जिला कलक्टर अंशदीप ने बताया कि जिले में विशेष टीमों का गठन कर वर्तमान में पाॅजिटिव केस के नजदीकी सम्पर्क में आएं लोगों पर गहनता से निगरानी रख सैम्पल लिए गए है। 80 से 85 नजदीकी लोगों के सैम्पल की जरूरत महसूस हुई। पाली मंे कोरोना संक्रमण की जांच मेडिकल काॅलेज में शुरू होने से अब 250 लोगों के सैम्पलों की जांच हो सकेगी। अब जांच सैम्पलों का दायरा बढ़ाकर हाईरिस्क वाले रोगों के संवेदनशीलता के अनुसार के आधार पर संदिग्ध लोगों के सैम्पल लिए जाएंगे ताकि संक्रमण को पहले स्तर पर ही रोका जा सकें। उन्होंने कहा कि जिले में 4 कन्टेनमेंट जोन घोषित किए गए है। जिनमें पाली शहर के दो तथा हरियामाली व गुडाबींजा में एक-एक कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कन्टेनमेंट जोन का दौरा कर जीरो माॅबिलिटी व्यवस्था की जांच की गई तथा रेण्डम सैम्पल के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेंट व बफर जोन में ज्यादा अन्तर नहीं है। कन्टेनमेंट व बफर जोन में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। इन क्षेत्रों में लोगों के रैण्डम सैम्पल भी लिए जा रहे है। उन्होंने बताया कि पाली जिले में महाराष्ट्र से चली दो ट्रेनों में लगभग 450 से 500 लोग आएं है जिनकी पहचान कर स्क्रीनिंग करने के साथ ही संदिग्ध होने पर सैम्पल लिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि पास व्यवस्था के तहत दोनो राज्यों के सरकारों की सहमति होने पर पास जारी किए जा रहे है। महाराष्ट्र से आने वालों को संबंधित जिला मजिस्ट्रेट को आवेदन करना होगा। वहां से स्क्रीनिंग होने के बाद हमे एनओसी जारी करने के लिए पत्र जारी होगा। अन्य प्रदेशों से एनओसी की चिट्टी मिलते ही यहां से स्वीकृति भिजवाई जाने के बाद संबंधित जिला कलक्टर द्वारा अनुमति जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि सभी उपखण्ड अधिकारियों को पास जारी करने के लिए अनुमत किया गया है जिसमें कुछ शर्तों का भी समावेश किया गया है। उनकी पूर्ति होने पर पास जारी कर सकते है। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्रसिंह चौधरी मौजूद रहे।