प्रवासियों के आगमन के दौरान उपलब्ध कराई गई समस्त आधारभूत सुविधाए
सेवा भारती समाचार
सिरोही। कोविड-19 संक्रमण के संदर्भ में सिरोही जिला गुजरात राज्य की सीमा से सटा हुआ होने से गत दो माह में जिले की मावल एवं मडार चैक पोस्ट से काफी सख्या में प्रवासियों का आगमन हुआ है। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने जानकारी देकर बताया कि विभिन्न राज्यों से राजस्थान राज्य में 27 अपे्रल से काफी संख्या में प्रवासियों का आगमन हुआ है। जिनमें से 25 फीसदी से अधिक प्रवासियों का आगमन जिले की सीमा से हुआ है। जिला कलक्टर ने बताया कि आने वाले प्रवासियों के लिए दलों का गठन कर आवश्यक समस्त आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। प्रत्येक प्रवासी के आगमन का प्रपत्र 4 में दर्ज किया गया, प्रवासियों को प्रपत्र 4 भरने के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के लिए काफी संख्या में राजकीय अधिकारियों एव कार्मिकों की नियुक्ति की गई थी। प्रवासियों के लिए छाया-पानी की व्यवस्था टंेट लगवाकर एवं शुद्ध पेयजल के जगह-जगह केम्पर लगाकर की गई थी। प्रत्येक प्रवासी की स्क्रीनिंग की जाकर उन्हें आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई गई। जो प्रवासी अन्य राज्यों से पैदल आए थे उन्हें उनके गतव्यं स्थान तक पहुचाने के लिए रोडवेज की बसों की सुविधा की गई। प्रवासियों के आगमन पर प्रपत्र-4 की सूचना भरवाकर तत्काल संबंधित उपखंड अधिकारी को भिजवाई गई। उपखंड अधिकारी द्धारा संबंधित ग्राम निगरानी दल को उपलब्ध करवाई गई जिससे प्रवासी के आगमन से पूर्व ही क्वारंेटाईन से संबंधित समस्त व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई। जिन प्रवासियों के घरों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीे थी, उन्हें विद्यालयों में संस्थागत क्वारंेटाईन भी किया गया। राज्य के विभिन्न जिलों में जाने वाले प्रवासियों के लिए भी उक्त व्यवस्था करने के लिए राज्य के समस्त अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं संबंधित कार्मिकों का वाट्स अप समुह बनाकर प्रवासियों के आगमन की सूचना प्रेषित की गई। जिला स्तर पर एक गूगल ड्राईव लिंक भी निर्मित किया गया। जिस पर संबंधित जिले को प्रवासियों की सम्पूर्ण सूचना उनके घर पहुंचने से पूर्व ही उपलब्ध करवाई गई जिससे उन्हें क्वारंेटाईन करने संबंधित समस्त कार्यवाही में सुविधा हो सके। जिला कलक्टर ने आगे बताया कि चैकपोस्ट्स पर प्रवासियों की स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य जांच के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूर्ण पालन करने के लिए टंेट में बैठक व्यवस्था की गई थी। आवश्यकतानुसार प्रवासियों के चैकपोस्ट्स पर ही ठहरने के लिए शेल्टर हाॅम स्थापित किए गए थे। प्रत्येक प्रवासी के लिए भामाशाहों के सहयोग से चाय-नाश्ता एवं भोजन की सम्पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। उक्त सम्पूर्ण व्यवस्थाओं में जिले के चिकित्सा, पुलिस, पंचायतीराज , परिवहन, राजस्व, स्वायत्त शासन , शिक्षा व विभिन्न विभागों का सक्रिय योगदान रहा जिसके चलते सम्पूर्ण व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा सका।