भारतीय टीम की जीत की हीरो पूनम यादव को हैट्रिक न ले पाने का रहा अफसोस,
सिडनी । पूनम यादव ने शुक्रवार को महिला टी-20 विश्व कप के पहले मैच में चार बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए भारत की महिला क्रिकेट टीम को 17 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके बावजूद उन्हें एक बात का अफसोस रह गया। इस मैच में पूनम यादव ने चार ओवर में 19 रन देकर चार विकेट लिए। उनके पास इस मैच में हैट्रिक लेने का भी मौका था, लेकिन वह चूक गईं। तीनों फॉर्मेट में 100 मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बने टेलर, तोहफे में मिली 100 शराब की बोतलें
चोट से ठीक होकर लौटी हैं टीम में
टूर्नामेंट में आने से पहले लेग स्पिनर पूनम यादव चोटों से जूझ रही थीं। विश्व कप के ठीक पहले फिट होकर उन्होंने टीम इंडिया में वापसी की है। इसके लिए उन्होंने अपने फिजियो और टीम की साथियों का शुक्रिया अदा किया। प्लेयर ऑफ द मैच पूनम ने पुरस्कार लेने के बाद कहा कि जब वह चोटिल थीं, तब उनके फिजियो और टीम की साथियों ने उनका काफी साथ दिया। चोट से वापसी करना आसान नहीं होता। इसके लिए वह अपनी टीम की साथियों को धन्यवाद देती हैं। पूनम ने कहा कि वह इस पिच पर पहले भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी कर चुकी थीं और इसे आगे जारी रखना चाहती थीं।
हैट्रिक से चूकने का अफसोस
मैच के दौरान पूनम एक समय लगातार दो गेंदों पर राचेल हायनेस और ऑस्ट्रेलिया की स्टार ऑलराउंडर एलिसा पैरी को आउट कर हैट्रिक पर थीं। अगली गेंद भी उन्होंने शानदार फेंकी। गेंद उछल कर विकेटकीपर तानिया भाटिया की तरफ गई, लेकिन उन्होंने जेस जोनासन का कैच छोड़ दिया। इस पर पूनम ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि वह हैट्रिक नहीं ले पाई, बल्कि यह तीसरा मौका है।लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने लिया संन्यास, अंतिम टेस्ट में लिए थे 10 विकेट
हरमनप्रीत ने कहा, बेहतर होती जा रही है टीम
इस शानदार जीत से टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर भी उत्साहित नजर आईं। उन्होंने कहा कि यह जीत बताती है कि उनकी टीम हर दिन बेहतर हो रही है। कप्तान ने कहा कि हम जानते थे कि इस पिच में ऐसी बात है, जहां उनकी टीम अच्छा कर सकती हैं। हरमनप्रीत ने कहा कि उन्हें अंदाजा था कि अगर हम 140 रनों का स्कोर कर लेते हैं तो उनकी गेंदबाज इसका बचाव कर सकती हैं और यही हुआ। उन्होंने कहा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी। हम सिर्फ 140 के स्कोर तक पहुंचना चाहते थे।