मानसून को लेकर कार्य योजना बनाने के निर्देश
- जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि बाढ़, वर्षा या अतिवृष्टि की संभावना में प्रत्येक तहसील के संकटग्रस्त एवं संवेदनशील क्षैत्रों का सामना करने की कार्य योजना बनायी जावें। यह भी निर्देश दिये गये कि विभाग में उपलब्ध वायरलेस सेटों को कार्यशील रखे तथा नावों, रक्षा, पेटियों, रस्सों, टॉर्चो की व्यवस्था सुनिष्चित करें। जिले में स्थित समस्त छोटे बड़े बांध, तालाब, एनिकट का सर्वेक्षण कर लिया जावे एवं यह सुनिष्चित किया जावे कि सभी बांध, तालाब, एनीकट सही हालात में है। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि निचले क्षेत्रों से पानी निकासी के लिए डीवाटरिंग सिस्टम व पम्प सेटों की व्यवस्था सुनिष्चित की जावें। स्वच्छ पेयजल व्यवस्था व पेयजल स्त्रोतों के क्लोरिफिकेशन व साफ सफाई की समुचित व्यवस्था की जावें, ताकि दूशित पेयजल जनित बीमारियां फेलने की सम्भावना ना रहे। पेयजल पाईप लाईन क्षतिग्रस्त होने पर तुरन्त ठीक करवाया जावे। अपने पेयजल परिवहन के लिए टेंकर तैयार रखें। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति(रसद) विभाग को निर्देश दिए कि उचित मूल्य दूकानों पर केरोसिन, गेंहू व अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण, उसके वितरण की व्यवस्था व वितरण के स्थानों का उल्लेख करते हुए सूचनाऐं तैयार करे। स्थानीय निकाय विभाग को निर्देश दिए कि शहर की सडक़ों की मरम्मत एवं नालों की सफाई व्यवस्था मानसून पूर्व कर ली जावें। बाढ़ व वर्षा के एकत्रित पानी को निकालने के लिए पम्प सेटों का प्रबन्ध करना, मलबा, कचरा आदि को हटाने, सुरक्षात्मक स्वास्थ्य उपाय जैसे मलेरिया रोधी उपाय व कटे हुए फलों और सब्जियों को खुले में विक्रय पर प्रतिबन्ध आदि की व्यवस्था की जावे। नगर निगम एवं नगर पालिका में 5-5 पम्प सेट हर समय तैयार रखे जावें। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जीवन रक्षक दवाईयां व बाढ़ के समय आवष्यकतानुसार मोबाईल चिकित्सा दल के गठन की व्यवस्था की जावें। नागरिक सुरक्षा विभाग को निर्देश दिए कि जिला स्तरीय कक्ष के टोल फ्री नम्बर 1077 को निरन्तर दुरूस्त रखा जावें तथा आपदा की स्थिति में भी संचार व्यवस्था अबाधित रखना सुनिष्चित किया जावे। उपनियन्त्रक नागरिक सुरक्षा टोल फ्री नम्बर 1077 को मोबाईल सें कनेक्ट करने के लिए भारत दूरसंचार विभाग सें संमन्वय स्थापित करें। पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि होम गार्ड एवं आरएसी की प्रशिक्षित व अन्य कम्पनियां तैयार रखी जावे। पर्याप्त मात्रा में तैराक एवं नावों की व्यवस्था तथा गौताखोरों की उपलब्धता सुनिष्चित की जावे।पर्याप्त जीवन रक्षक यंत्रों जैसे जैकिट, रस्से, टॉर्च, संचार तन्त्र, कानून व्यवस्था सुनिष्चित की जावे। पशुपालन विभाग को निर्देश दिए कि बाढ़ के समय पशुओं में फेलने वाली बीमारियों के ईलाज के लिए पर्याप्त दवाईयों की व्यवस्था की जावें।बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चारे, पशु आहार की व्यवस्था की जावें। मृत पशुओं के सुरिक्षत निस्तारण करने की व्यवस्था की जावे। बाढ़ में पशु आदि मरने पर उनके निस्तारण की व्यवस्था करने का प्रचार प्रसार सभी क्षेत्रों में किया जावें। सार्वजनिक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि निचले स्थानों पर जहां पानी भर सकता है वहां चेतावनी व खतरे के निशान के बोर्ड लगावें। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि ंऐसे सार्वजनिक भवनों की पहचान की जाये जो वर्षा काल में गिर सकते है। उक्त भवनों की मरम्मत करवायी जाये। शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि जिले के समस्त राजकीय व निजी विद्यालयों भवनों की जांच कर ली जावें जो आगामी वर्षा के दौरान अतिवृष्टि व बाढ़ से विद्यालय भवन को किसी भी प्रकार की क्षति होने की संभावना न रहे साथ ही समाज कल्याण विभाग द्वारा अपने अधीन चल रहे छात्रावास भवनो की की भी जांच कर ली जावे। विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि वर्षा काल में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जावें वर्षा, अतिवृष्टि एवं बाढ़ के समय विद्युत लाईनों के क्षतिग्रस्त होने से जन जीवन पर विपरित प्रभाव पड़ता है। इसके लिए सर्वे विद्युत लाईनों का सर्वे करवा कर दुरस्तीकरण का कार्य समय पर करवा लिया जावे। नगर निगम जोधपुर व पुलिस को निर्देश दिए कि जिलें के शहरी क्षेत्र में जर्जर भवन, इमारतों के सााथ जहां भी अतिवृष्टि से आपदा होने की संभावना रहती है वहां सतत् मॉनिटरिंग कर अतिवृष्टि की स्थिति में निवास करने वाले लोगों को अन्य स्थान जैसे रिलीफ कैम्प में मानसून अवधि तक ठहराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जावें।
बैठक में आयुक्त नगर निगम सुरेश कुमार ओला, एडीएम प्रथम मदन लाल नेहरा, एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर समा सहित संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।