राजस्थान बोर्ड 10वीं की परीक्षा 11.5 लाख स्टूडेंट देंगे
- फिजिकल डिस्टेंसिंग के कारण बोर्ड ने राज्य में 521 परीक्षा केंद्र बढ़ाए
सेवा भारती समाचार
जयपुर। राजस्थान बोर्ड 10वीं की बची हुई परीक्षाएं सोमवार और मंगलवार को आयोजित करवा रहा है। इस दौरान 11.5 लाख स्टूडेंट परीक्षा में बैठेंगे। कोरोना वायरस के समय में फिजिकल डिस्टेंसिंग संबंधी सभी नियमों का पालन करते हुए परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है। सभी स्टूडेंट्स के लिए मास्क को अनिवार्य किया गया है। बोर्ड इन परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड पहले ही जारी कर चुका है। फिजिकल डिस्टेंसिंग के कारण बोर्ड ने राज्य में 521 परीक्षा केंद्र बढ़ाए हैं। इससे पहले 5685 परीक्षा केंद्र थे जहां परीक्षा आयोजित की जानी थी जो अब 6000 परीक्षा केंद्रों को पार कर गई है।
राजस्थान बोर्ड की 10वीं की बाकी परीक्षाओं को सोमवार व मंगलवार को कराने के लिए हरी झंडी सुप्रीम कोर्ट से मिली। सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना संक्रमण के चलते बची हुई परीक्षाओं पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। शीर्ष अदालत रविवार को बीकानेर की एक छात्रा की मां की ओर से दाखिल याचिका पर तत्काल सुनवाई कर रही थी। याचिकाकर्ता ने राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। उन्होंने कोर्ट से दो दिन पहले CBSE बोर्ड का सुझाव मानते हुए 10वीं की परीक्षा रद्द करने की सहमति दिए जाने के आदेश के आधार पर इस केस में भी संज्ञान लेने का अनुरोध किया था।
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस दिनेश महेश्वरी और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने याचिका खारिज कर दी। जजों ने कहा, याचिकाकर्ता ने अंतिम समय अर्जी दाखिल की है। कोर्ट ने कनार्टक मामले में पूर्व में सुनाए गए एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में कोर्ट को बहुत कम हस्तक्षेप करना चाहिए। उसने कहा कि राजस्थान सरकार परीक्षा कराने के लिए सभी जरूरी उपाय कर चुकी है। परीक्षाएं सोमवार से शुरू होने वाली हैं। याचिकाकर्ता की ओर से याचिका में कोई बड़ी असुविधा का जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में वे मामले में हस्तक्षेप करने के इच्छुक नहीं हैं।
याचिका में कोरोना वायरस का हवाला देते हुए राजस्थान बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई थी। कहा गया था कि 1,11,416 स्टूडेंट्स को परीक्षा में हिस्सा लेना है और 120 स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इन स्कूलों में प्रवासी कामगारों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था, इसलिए कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए।