शिक्षिका फेहमीदा अंजुम की पहल से सरकारी स्कूल नामांकन में हुई वृद्धि
अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद
— सरकारी स्कूल के विकास में गांव और भामाशाह का रहा सराहनीय सहयोग
जोधपुर। राजकीय प्राथमिक विद्यालय,जाजीवाल धाँधला ग्राम पंचायत जाजीवाल खीचियाँ ब्लॉक मण्डोर जोधपुर में कार्यरत शिक्षिका श्रीमती फेहमीदा अंजुम अभिभावकों को प्राइवेट स्कूलों की ओर जाने से रोककर अपने स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। वहीं गांव और भामाशाह की मदद से उन्होंने सरकारी स्कूल में प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाईं। जिससे नामांकन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
शिक्षिका श्रीमती फेहमीदा अंजुम ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव में अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने के इच्छुक थे। मैने उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर सरकारी स्कूल की सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में बताया। उन्होंने वादा किया कि सरकारी स्कूल में भी बच्चों को प्राइवेट स्कूलों जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। वहीं गांव व भामाशाह के सहयोग से उन्होंने सरकारी स्कूल में नये फर्नीचर, पंखे, और अन्य भौतिक सुविधाएं उपलब्ध करवाईं, जिससे बच्चों को एक बेहतर और आरामदायक शिक्षा का वातावरण मिला। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, बच्चों को पहचान पत्र देने की अनूठी पहल और स्वच्छता अभियान से स्कूल का माहौल और भी बेहतर हुआ है। इन सभी प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि स्कूल में नामांकन में काफी वृद्धि हुई है, और अब अभिभावक सरकारी स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए उत्साहित हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास और गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर बच्चों को पढ़ाई के प्रति रुचि और कौशल विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है ।
आपकी प्रेरणा और उद्देश्य : फेहमीदा अंजुम कहती हैं, “मेरा उद्देश्य यह था कि सरकारी स्कूल के बच्चों को भी वही सुविधाएं मिलें जो प्राइवेट स्कूलों में मिलती हैं। अभिभावकों का विश्वास जीतना और बच्चों को अच्छी शिक्षा देना मेरी प्राथमिकता है। अब हमारे स्कूल में बच्चों का नामांकन बढ़ गया है, और मैं इसे और भी बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
भविष्य की योजनाएं : आगे भी,फेहमीदा अंजुम का उद्देश्य है कि स्कूल में और अधिक सुविधाएं लाई जाएं और बच्चों की शिक्षा के स्तर को और ऊपर उठाया जाए। उनका यह प्रयास सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों के बराबर लाने के लिए एक मिसाल बनने वाला है ।