जैनाचार्य जयघोषसूरी को दी श्रद्धांजलि
जोधपरु। श्री भैरूबाग श्वेताम्बर जैन तीर्थ के तत्वावधान में जैनाचार्य जयघोषसूरी के देवलोकगमन स्मर्णार्थ तीर्थ प्रांगण में गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया।गुरुभक्त तीर्थ प्रचारक धनराज विनायकिया ने बताया कि जैनाचार्य गच्छाधिपति जयघोषसूरिश्वरर महाराज के अहमदाबाद में देवलोकगमन स्मर्णार्थ भैरूबाग जैन तीर्थ में विराजित उन्हीं के समुदाय के शिष्य मुनिराज कश्यपरत्नविजय देवर्षिरत्नविजय साध्वी सौम्यारसा आदि के सानिध्य में गुणानुवाद सभा का आयोजन तीर्थं प्रांगण में गुरु वंदना से उनके गुणों का स्मरण करते हुए भाव भरा श्रद्बा सुमन से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।गुरु गुणानुवाद सभा में तीर्थ सचिव आदेश्वर कोचर भूरमल मरडिया, कानराज मुणोत, जगदीश गांधी, अनिल मेहता, विवेक भंसाली, कांतिलाल लोढा, संजय मेहता, मोतीलाल लुक्कड़, तपागछ संघ सचिव उमेदराज रांका, वयोवृद्ध श्रावक मंगलचंद मुणोत आदि ने गुरुदेव के उपकारों व जीवन चरित्र पर गुणगान मे कहा कि गुरुदेव के गुणगान सूर्य को दीपक दिखाने के समान है उनका जितना गुणगान अनुमोदना की जाए उतनी कम है।प्रवचनकार कश्यपरत्नविजय ने जैनाचार्य जयघोषसूरी के जीवन में किए गए 60 रिकॉर्ड्स का आंखों देखा हाल कॉमेंट्री के रूप में गुरु भक्तों को श्रवण कराया। मुनि देवर्षिरत्नविजय ने गुरुदेव के जीवन चरित्र व साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला व कहा कि महापुरुषों की कड़ी में जयघोषसुरी महाराज का नाम जिनशासन इतिहास में अमर हो गया। तीर्थं के ट्रस्टी प्रवीण लोढा व प्रचारक विनायकिया महिपाल जैन ने गुरुदेव के उपकारों महिमा जीवन चरित्र पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए गुणानुवाद सभा में गुणगान किए गए तथा 28 नवंबर से शुरू होने वाले भैरूबाग तीर्थ में देवम मेहता के दीक्षा आयोजन कार्यक्रम की विशेष जानकारी दी।