कथाकार एवं कवि मुरलीधर वैष्णव का वक्तव्य 15 को
जोधपुर। अंतर प्रांतीय कुमार साहित्य परिषद के तत्वावधान में 15 दिसंबर को प्रात: गांधी भवन में लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अंतर्गत कथाकार एवं कवि मुरलीधर वैष्णव का वक्तव्य आयोज्य है।
परिषद के अध्यक्ष आचार्य मोहनकृष्ण बोहरा और महामंत्री डॉ पद्मजा शर्मा ने बताया कि मुरलीधर वैष्णव लघुकथा के बढ़ते कदम और चुनौतियां विषय पर वक्तव्य देंगे। इस कार्यक्रम में वक्ता के पास अपनी बात कहने के लिए चालीस मिनिट का समय होता है। बाद का आधा घंटा प्रश्नोत्तर के लिए सुरक्षित होता है। कार्यक्रम का संचालन युवा कवि डॉ. हितेन्द्र गोयल करेंगे।
मुरलीधर वैष्णव के कहानी संग्रह -पीड़ा के स्वर ,लघु कथा संग्रह -अक्षय तुणीर, कितना कारावास ,कविता संग्रह -हैलो बसंत, चार बाल कथा संग्रह -पर्यावरण चेतना की बाल कथाएं, चरित्र विकास की बाल कहानियां, जल और कमल, अबु टावर व बाल गीत संग्रह चींटी का उपकार के साथ गध्य पध्य की दस किताबें प्रकाश में आ चुकी हैं। वरिष्ठ जिला एवं सेशन न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्ति के बाद 5 वर्ष के लिए उपभोक्ता संरक्षण मंच के न्याधीश पद पर रहे। वर्तमान में राजस्थान न्यायिक अकादमी जोधपुर में अतिथि विधि प्राध्यापक पद पर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम लेखक से मिलिए में अब तक कथाकार डॉ. हरीदास व्यास, आलोचक डॉ. रामबक्ष जाट, राजस्थानी के कवि डॉ. आईदान सिंह भाटी, उपन्यासकार दीप्ति कुलश्रेष्ठ और कथाकार हरिप्रकाश राठी के व्याख्यान हो चुके हैं।