अब आनासागर में सैकड़ों मछलियां मरी मिलीं
अजमेर। राजस्थान के सांभर झील के किनारे हजारों पक्षियों की मौत के बाद अब अजमेर में आनासागर झील में शनिवार को बड़ी संख्या में मछलियां मृत मिलीं। इससे पहले शुक्रवार को झील किनारे बारादरी के पास एक साथ 19 कौवों की मौत से हड़कंप मच गया। हालांकि, प्रारंभिक तौर पर कौवों की मौत जहरीला दाना खाने से माना जा रहा है, लेकिन इस मामले को गुपचुप तरीके से हैंडल करने के प्रयास से यह बात साफ हो गई कि एक साथ इतने कौवों की मौत से अधिकारियों में भी हड़कंप मचा है। पशु चिकित्सकों ने कौवों का पोस्टमॉर्टम किया है और अब इसका विसरा आदि भोपाल लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। वन विभाग शनिवार को कौवों दफनाने की प्रक्रिया पूरी करेगा। पशु पालन विभाग के सूत्र ने बताया कि शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे सूचना मिली कि आनासागर के किनारे कई कौवे मृत हैं। बताया जाता है कि यह सूचना वन विभाग ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों को दी। मौके पर टीम पहुंची और इससे पहले की ज्यादा भीड़ होती पुलिसकर्मी, पटवारी, वनकर्मियों की मौजूदगी में मौका मुआयना करके कौवों को वहां से पशु चिकित्सालय ले जाया गया। अच्छी बात यह है कि कौवों के अलावा कोई और पक्षी या मछलियां नहीं मरी हैं। कौवों की मौत का मामला छुपाने के प्रयास भी वन विभाग और पशुपालन विभाग ने पूरी तरह से किए। दोनों ही विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मामले को एक दूसरे पर टालते रहे। पोस्टमॉर्टम करके वन विभाग को सौंपे वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पशु चिकित्सालय में कौवों का पोस्टमॉर्टम किया गया। दोपहर बाद मृत कौवे वन विभाग को सौंप दिए गए। बताया जाता है कि वन विभाग की टीम पोस्टमार्टम रिपोर्ट की एक कॉपी और कौवों का विसरा लेकर शनिवार को ही भोपाल के लिए रवाना होगी। भोपाल की लैब में विसरा की जांच की जाएगी ताकि मौत की सही वजह का पता लग सके। फिलहाल जहरीले दानों को ही मौत का कारण माना जा रहा है। जांच का विषय यह भी है कि यह जहरीले दाने कौन और कैसे डाल गया?