पत्नी की सैलरी से अपनी जरूरतें पूरी करता था ये मशहूर एक्टर,
नई दिल्ली। ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘मिर्जापुर’ और ‘न्यूटन’ जैसी बेहतरीन फिल्में देकर लाखों दिलों पर अपनी खास जगह बनाने वाले कलाकार पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के उन कलाकारों में से एक हैं, जो आज किसी पहचान का मोहताज नही है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब इस एक्टर के पास ना नाम था ना ही शोहरत। बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। पंकज त्रिपाठी ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष के दिनों पर बात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि फिल्मों में आने से पहले वो पत्नी की सैलरी से जरूरतें पूरी करते थे और एक कमरे के घर में रहते थे। पंकज ने कहा, ‘मुझे अभी भी याद है कि मेरे पास काम नहीं था और मेरी पत्नी मुंबई के एक स्कूल में पढ़ाकर घर चलाती थी।’ पंकज त्रिपाठी ने बताया कि, ‘हमारी हर मूलभूत चीजें पत्नी की सैलरी से पूरी होती थीं।’ गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय की पढ़ाई करने के बाद पंकज त्रिपाठी को फिल्म में काम करने के लिए काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा था। पंकज त्रिपाठी नें साल 2004 में अभिनेता अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘रन’ से अपने करियर की शुरूआत की। इस फिल्म में उन्होंने चायवाले का किरदार निभाया था जो कुछ ही मिनट का था। इस छोटे से रोल ने ही उनकी जिंदगी को बदल दिया। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की फिल्म आक्रोश, गैंग्स ऑफ वासेपुर, फुकरे, न्यूटन, स्त्री और लुका छुपी जैसी कई शानदार फिल्मों में अपने अभिनय से लाखों दिलों को जीता। पंकज त्रिपाठी को फिल्म ‘न्यूटन’ के अलावा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। साल 2018 में उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वेब सीरीज मिर्जापुर से डेब्यू किया था। इसमें उनके किरदार का नाम कालीन भैया था। दर्शकों ने पंकज त्रिपाठी को कालीन भैया के किरदार में काफी पसंद किया था। वेब सीरीज मिर्जापुर का दूसरा सीजन इस साल आने वाला है जिसका दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।