मानव मस्तिष्क की संरचना व उसकी प्रक्रिया बताई
जोधपुर। वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान रातानाडा में हर माह आयोजित होने वाली व्याख्यानमाला में डॉ. नगेन्द्र शर्मा ने मानव मस्तिष्क की संरचना व उसकी प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। न्यूरो साइंस के एक जनरल में छपी एक शोध के बारे में बताया कि मानव मस्तिष्क पर योग, प्राणायाम, लगातार मंत्रोच्चारण व संस्कृत भाषा का प्रयोग करने पर मस्तिष्क में अच्छे प्रभाव डालने वाले न्यूरोट्रांसमीटर, ओपिएट और ओक्सिटोशिन का स्त्राव लगातार होता रहता है जिसके फलस्वरूप मनुष्य के मस्तिष्क में लगातार रक्त संचार एव रासायनिक प्रक्रियाओं का सामंजस्य बना रहता है। मस्तिष्क में तनाव में होने वाली बीमारियां स्वत: ही नियंत्रित रहती हैं। मैशेच्युस्टिस विश्वविद्यालय के न्यूरोलॉजी विभाग व हावर्ड मेडिकल स्कूल ऑफ बोस्टन ने लंबे समय से इस विषय पर किए जा रहे शोध का परिणाम प्रकाशित करते हुए कहा कि लगातार मंत्रों का उच्चारण व योग मनुष्य के स्वर, श्वास व पाचन तंत्र की प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए में सहायक होते हैं जिसके फलस्वरूप मानव मस्तिष्क की विद्युत, रासायनिक व हारमोनिक प्रक्रिया का संतुलन बना रहता है। इस अवसर पर धवल जीवन नामक पुस्तिका का विमोचन शहर विधायक मनीषा पंवार, संस्था के संरक्षक केएस गुप्ता, अध्यक्ष जगदीशचंद्र, पूर्व पार्षद गणपतसिंह चौहान व साहित्यकार डॉ पद्मजा शर्मा ने किया। इस अवसर पर मनीषा पंवार ने कहा कि डॉ शर्मा का व्याख्यान आधुनिक चिकित्सा प्रणाली में होने वाले परिवर्तनों का ध्योतक है। कार्यक्रम का संचालन संस्था के कोषाध्यक्ष लालसिंह पंवार ने किया।