हैडकांस्टेबल ने अवैध तरीके से 20 गांवाें में बनाई 2.66 कराेड़ की संपत्ति
उदयपुर। जिले के गाेगंुदा थाने के घूसखाेर हैड कांस्टेबल मालीराम चाैधरी की दाे जिलाें के 20 गांवाें में 2.66 कराेड़ की संपत्ति का खुलासा हुअा है। एसीबी ने अाय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है। एसीबी ने जांच में माना कि मालीराम की 7 नवंबर 2001 काे नियुक्ति हुई थी। इससे पहले की संपत्तियां शून्य थीं। उसे 17 साल 10 माह की नौकरी में 42.24 लाख रु. वेतन मिला लेकिन संपत्ति करोड़ों की बना ली। एसीबी ने जांच में माना है कि मालीराम ने पद का दुरुपयाेग किया। उसने अनपढ़-गरीब लोगों काे डरा-धमकाकर खेत अाैर भूखंडाें काे मामूली रकम देकर अपने विश्वासपात्र लोगों के नाम कराया। गाेगुंदा निवासी जीवन सिंह ने एसीबी में शिकायत दी थी कि गांव की भम्मा बाई अाैर किरण सिंह के बीच जमीन विवाद के झगड़े में राजीनामे के लिए 15 हजार रु. मांगे थे। वह 4 हजार रुपए ले चुका था अाैर बाकी के 11 हजार रुपए लेते हुए पिछले साल 5 सितंबर काे पकड़ा गया था। भूखंडाें के दस्तावेजाें की जांच के बाद मालीराम की उदयपुर अाैर राजसमंद के करीब 20 गांवाें में नामी अाैर बेनामी संपत्तियां हैं। इनमें सबसे ज्यादा भुवाणा क्षेत्र में मिली हैं। उदयपुर में न्यू केशव नगर स्थित मकान के निर्माण पर 30 लाख रु. खर्च किए गए। इसी मकान से कृषि भूमि अाैर भूखंडाें के दस्तावेज मिले। जाे करीब 2.56 कराेड़ के हैं।