अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल ने जिले में टिड्डी आक्रमण प्रभावित क्षेत्रों के संबंध में बैठक ली
जोधपुर। अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल द्वारा जिले में टिड्डी आक्रमण प्रभावित क्षेत्रों के संबंध में मंगलवार प्रात: 9 बजे पांचबत्ती चौराहे स्थित एक स्थानीय होटल में बैठक ली गई। संयुक्त सचिव कृषि व कृषक कल्याण विभाग आतिश चन्द्रा ने कहा कि टिड्डी आक्रमण जैसी आपदाओं से बचाव के लिए संबंधित क्षेत्रों के किसानों व सम्पूर्ण समुदाय को जागरूक करना होगा। प्रशासन व विभाग द्वारा किसानों व स्थानीय कम्युनिटी के लिए सघन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी आपदाओं में प्रथम रेस्पोंडर कम्युनिटी ही होती है। अत: आपदा का सामना करने के लिए उन्हें सजग करना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने निर्देश दिए कि फिजिकल रिसोर्सेज सदैव तैयार रखें साथ ही प्रभावित क्षेत्रों के किसानों व समुदाय को प्रशिक्षित व्यक्तियों के द्वारा ओरिन्टेशन करवाएं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय कृषि व कृषक कल्याण द्वारा भी पेस्टीसाइडस मैपिंग की जा रही है जिससे रिसोर्स मैनेजमेंट द्वारा त्वरित रेस्पोंस एक्शन की तैयारी रहे। उन्होंने कहा कि 1 स्प्रेयर मशीन द्वारा लगभग एक हजार हैक्टेयर भूमि पर पेस्ट कंट्रोल किया जा सकता है इसलिए हमें चाहिए कि प्रत्येक संभावित क्षेत्र पर लगभग दस मशीनें उपलब्ध रहे।
जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने जिले में टिड्डी आक्रमण प्रभावित क्षेत्रों व कृषि विभाग द्वारा किए गए उपायों की जानकारी देते हुए बताया कि कृषि विभाग द्वारा जिले मे टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में कुल 2000 मीटर कीटनाशी क्लोरोपाइरिफॉस एवं लेडासाई हैलोथ्रिन का छिडक़ाव किया गया जिसके अन्तर्गत 1964 कृषकों को 100 प्रतिशत अनुदान पर कीटनाशी रसायन उपलब्ध कराया गया तथा टिड्डी नियंत्रण विभाग द्वारा टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में कुल 30208 लीटर मेलाथियान कीटनाशी का छिडक़ाव किया गया है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि लूनी एवं शेरगढ तहसील में विशेष गिरदावरी के बाद 564 प्रभावित किसानों को 82.09 लाख की सहायता राशि का भुगतान किया गया है। इसी के साथ अन्य प्रभावित किसानों के लिए विशेष गिरदावरी करवाकर उन्हें भी सहायता राशि का भुगतान किया जाएगा।
जिले में टिड्डी नियंत्रण के लिए टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में किटनाशी के छिडक़ाव के लिए कृषि विभाग, टिड्डी नियंत्रण विभाग, स्वंय कृषकों द्वारा एवं जन सहयोग के माध्यम से 432 टेऊक्टर माउण्टेड स्प्रेयर, टिड्डी नियंत्रण विभाग के 128 वाहन एवं फायर ब्रिगेड के 36 वाहन का उपयोग किया गया। इसके अतिरिक्त् नागरिक सुरक्षा व नगर निगम के फायर बिग्रेड का भी उपयोग किया गया।
बैठक में अंतर मंत्रालयिक दल के असिस्टेंड कमिश्नर पशुपालन विभाग, दयानन्द सावंत, असिस्टेंड एडवाइजर (पीएचई) पेयजल व सेनिटेशन, संतोष आर, संयुक्त सलाहकार नीति आयोग, मनश चौधरी, एडीएम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा सहित कृषि, पशुपालन, टिड्डी नियंत्रण विभाग सहित समस्त संबंधित अधिकारियों ने भाग लेकर विचार विमर्श किया।
बैठक के बाद अंतर मंत्रालयिक केन्द्र दल ने बालेसर तहसील के राजस्व गांव मेहोजी नगर, जीवराज सिंह नगर, हिम्मतनगर, जैतसर तथा सेखाला तहसील के राजस्व गांव मोकमगढ, उतमसिंह नगर, शहीद प्रभुसिंह नगर(खिरजा खास) का दौरा कर प्रभावित काश्तकार के रायडा, जीरा, ईसबगोल, गेहूं एवं सरस फसल की जानकारियंा प्राप्त कर सेखाला तहसील में किसानों के साथ बैठक की।
आपदा प्रबंधन की डिब्रिफिंग 20 को: प्रभारी अधिकारी आपदा प्रबंधन ए डी एम तृतीय अंजुम ताहिर सम्मा ने बताया कि अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय अध्ययन दल द्वारा राज्य के ट्ड्डिी आक्रमण से प्रभावित जिलों का भ्रमण के बाद 20 फरवरी को प्रात: 10.30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा डिब्रिफिग आयोजित की जाएगी।