पोषाहार का दूध पीने से 20 बच्चों की बिगड़ी तबियत
अजमेर। जिले के अर्जुनपुरा खालसा (केसरपुरा)सरकारी स्कूल में पोषाहार का दूध एवं पूड़ी-सब्जी खाने के बाद करीब 20 बच्चों की तबियत बिगड़ गई। बच्चों को उल्टी व दस्त की शिकायत पर स्कूल प्रशासन व शिक्षकों के हाथ पांव फूल गए और कुछ बच्चों को लेकर सराधना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी व पुलिस अधिकारी अस्पाल पहुंचे।, उधर, सरपंच ने मामले को दबाने का आरोप लगाया।राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल अर्जुनपुरा खालसा में शनिवार सुबह सामुदायिक बाल सभा कार्यक्रम के दौरान सुबह 10 बजे पोषाहार के रूप में दूध पिलाया गया। दोपहर में एक दो बच्चों को उल्टी हो गई। उनकी तबियत बिगड़ी तो कुछ देर में अन्य बच्चों को भी उल्टी हो गई, कुछ बच्चों को दस्त हो गए। स्कूल प्रशासन व शिक्षक-शिक्षिकाएं कुछ बच्चों को लेकर सराधना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे, जहां चिकित्सक ने बच्चों को अजमेर जेएलएन अस्पताल रैफर कर दिया। जेएलएन अस्पताल के शिशु रोग विभाग में बच्चों को भर्ती करवाया गया। शाम तक बच्चों को ड्रिप, इंजेक्शन देकर उपचार किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. पुखराज गर्ग ने शाम करीब 6 बजे बच्चों को स्वास्थ्य जांच कर बताया कि बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार है किसी तरह की चिंता की बात नहीं है।इन बच्चों को किया जेएलएन रैफर, भर्ती कर उपचारमहक, फैजल खान, महर, अंजली, तन्नू, जनेन्द्र, वर्षा, अर्जुन, राहुल, माया, मनीष, मोहित, सचिन, नैना कंवर सहित अन्य बच्चों को जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में कराया भर्ती। बोतल में दूध का सेम्पल लेकर पहुंचे सरपंच सरपंच रावत बोतल में दूध लेकर पहुंचे। अस्पताल में उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों, पुलिस अधिकारी को बोतल में दूध को बताते हुए इसकी जांच की मांग की। स्कूल प्रशासन ने मामला दबाने का किया प्रयास -सरपंच बच्चों को सुबह 10 बजे दूध पिलाया। डेढ़. बजे बच्चों को पोषाहार कराने के बाद तबियत बिगड़ती गई। बच्चों ने दूध खट्टा होने की शिकायत की लेकिन उन्हें कुछ नहीं बताया। सराधना पीएचसी के चिकित्सक ने सूचना दी, इसके बाद वे बच्चों को लेकर अजमेर पहुंचे। शक्तिसिंह रावत, सरपंच केसरपुरा सुबह 10 बजे स्कूल के सभी 80 छात्र-छात्राओं ने दूध पीया, बाद में पोषाहार में पूड़ी-आलू की सब्जी खायी। केसरपुरा डेयरी काउंटर से दूध आता है। 9 बजे दूध लाए और 10 बजे बच्चों को पिला दिया। खाना भी स्कूल में गर्म बनता है। फूड पॉइजनिंग के कारणों को पता नहीं चला है। खूबो भागचंदानी, प्रधानाध्यापक राउप्रावि अर्जुनपुरा खालसा