महिला टी-20 विश्व कप : श्रीलंका को हराकर शीर्ष पर रहना चाहेगी टीम इंडिया,

मेलबर्न : आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम लगातार तीन मैच जीतकर सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है। अब वह जब शनिवार को श्रीलंका (Sri Lanka Women Cricket Team) के खिलाफ ग्रुप-ए के अपने अंतिम लीग मुकाबले में उतरेगी तो उसकी पूरी कोशिश इस मैच को जीतकर अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहने का होगा। इसके साथ ही पिछले तीन मैचों के दौरान दिखी कमियों को भी वह दूर करना चाहेगी।

दोनों टीमों की स्थिति पर नहीं पड़ेगा ज्यादा फर्क

वैसे तो इस मैच से न तो टीम इंडिया, न ही श्रीलंका की स्थिति पर ज्यादा फर्क पड़ेगा, क्योंकि ग्रुप ए से भारत की टीम लगातार तीन मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और श्रीलंका की टीम अपने दो मैच हार कर सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है। भारत के लिए इस मैच का इतना ही महत्व है कि वह इस मैच को अगर जीतती है तो उसका ग्रुप ए में शीर्ष पर रहना तय हो जाएगा और वह सेमीफाइनल में ग्रुप-बी शीर्ष टीम से भिड़ने को टाल देगी। भारत ने इस टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में चार बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को 17, दूसरे मैच में बांग्लादेश को 18 और तीसरे मैच में न्यूजीलैंड को तीन रनों से मात दी है।

कई कमियां कर रही है टीम इंडिया को परेशान

टीम इंडिया के लिए सेमीफाइनल से पहले इस मुकाबले में यह मौका है कि वह अपनी तमाम कमियों को दूर कर ले। बल्लेबाजी में शेफाली वर्मा और जेमिमाह रोड्रिगेज के अलावा निरंतरता नहीं दिखाई है तो वहीं भारत की दो स्टार खिलाड़ी कप्तान हरमनप्रीत और उपकप्तान स्मृति मंधाना बिल्कुल लय में नहीं हैं। ये दोनों इस मैच में अपनी फॉर्म को तलाश करने के लिए उतरेंगी। तानिया भाटिया, वेदा कृष्णामूर्ति और दीप्ति शर्मा ने बल्लेबाजी में चमक जरूर दिखाई है, लेकिन निरंतरता से प्रदर्शन करने में विफल रही हैं। टीम इंडिया को इस क्षेत्र में भी काम करना होगा।

क्षेत्ररक्षण और रनिंग पर भी करना होगा काम

इसके अलावा ग्रुप मैचों में भारतीय खिलाड़ियों की सबसे बड़ी कमी जो दिखी है, वह है विकेटों के बीच की दौड़। बल्लेबाजों में आपसी तालमेल और समझबूझ का अभाव दिखा है। इस कारण इस टूर्नामेंट में कई भारतीय खिलाड़ी रन आउट हुए हैं। सेमीफाइनल से पहले इसे दूर करना होगा। नहीं तो यह टीम इंडिया के लिए भारी पड़ सकता है। इसके अलावा क्षेत्ररक्षण पर भी भारतीय खिलाड़ियों को काम करन होगा। सुस्त क्षेत्ररक्षण की वजह से टीम इंडिया ने कैचेज भी छोड़े हैं और विपक्षी खिलाड़ियों को कुछ रन जुटाने का मौका भी प्रदान किया है।

गेंदबाजी रहा है मजबूत पक्ष

टीम इंडिया की गेंदबाजी इस टूर्नामेंट में मजबूत पक्ष रहा है। इसी की बदौलत तीनों मैचों में 130 से 140 के बीच रन बनाने के बावजूद टीम इंडिया इसका बचाव करने में सफल रही है। लेग स्पिनर पूनम यादव तीन मैचों में आठ विकेट लेकर इसकी अगुआई कर रही है तो वहीं शिखा पांडेय, राजेश्वरी गायकवाड़ और दीप्ति शर्मा ने उनका अच्छा साथ दिया है।भारतीय महिला क्रिकेट टीम : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, तानिया भाटिया (विकेटकीपर बल्लेबाज), जेमिमाह रोड्रिगेज, वेदा कृष्णामूर्ति, दीप्ति शर्मा, हरलीन देओल, राजेश्वरी गायकवाड़, ऋचा घोष, शिखा पांडेय, पूनम यादव, अरुंधति रेड्डी, पूजा वस्त्राकर और राधा यादव।

श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम : चमारी अटापट्टू (कप्तान), हर्षिता मडावी, नीलाक्षी डी सिल्वा, कविता दिलहरी, अमा कंचन, हंसिमा करुणारत्ने, अचिनी कुलसुरिया, सुगंधा कुमारी, हसीनी परेरा, उदेशिका प्रबोधनी, सत्या संदीपनी, अनुष्का संजीवनी, शशिकला श्रीवर्धने, दिलानी मंनोडारा और उमेशा तिमासिनी।

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