ईशांत के चोटिल होने से टीम इंडिया में बदलाव तय
क्राइस्टचर्च : वनडे सीरीज में सूपड़ा साफ होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम पहला मैच हारकर टेस्ट सीरीज में भी वैसी ही स्थिति में खड़ी है। इस स्थिति से उबरकर दूसरे टेस्ट मैच में जीत हासिल करने के लिए टीम इंडिया कमर कस ही रही थी कि पहले टेस्ट के इकलौते सफल गेंदबाज ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) के मैच से एक दिन पहले चोट ने भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। अब उसे करो या मरो के मुकाबले में अपनी एकादश का चयन करने के लिए माथा-पच्ची करनी पड़ेगी। हालांकि कोहली और शास्त्री के बयानों को आधार मानें तो दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ऐसी हो सकती है।
सलामी बल्लेबाजी में बदलाव की उम्मीद नहीं
मयंक अग्रवाल और टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को छोड़कर पहले टेस्ट में टीम इंडिया के सभी बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। इसके बावजूद बल्लेबाजी में कोई बदलाव होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। पहले टेस्ट की दोनों पारियों में फ्लॉप रहे पृथ्वी शॉ के चोटिल होने से उम्मीद थी कि उनकी जगह दूसरे युवा सलामी बल्लेबाज शुभमान गिल को मौका मिल सकता है, लेकिन रवि शास्त्री ने बताया कि वह अब फिट हैं। इसके अलावा कप्तान विराट कोहली और कोच शास्त्री दोनों यह संकेत पहले ही दे चुके हैं कि शॉ ही मयंक अग्रवाल के साथ ओपन करने उतरेंगे।
मध्यक्रम भी वही रहेगा
पहले टेस्ट में खराब प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाजों में कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी शामिल थे, लेकिन दूसरे टेस्ट में उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ इन सबके टीम इंडिया में बरकरार रहने की पूरी उम्मीद है। कोहली के साथ रहाणे और पुजारा भारतीय टेस्ट बल्लेबाजी के धुरी हैं। टीम मैनेजमेंट इनके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं करेगा। चूंकि पहले टेस्ट में सभी बल्लेबाज फ्लॉप रहे थे, इसलिए सिर्फ हनुमा विहारी पर गाज गिराने का कोई तुक नहीं बनता है। इसलिए उनके भी अंतिम एकादश में बरकरार रहने की पूरी उम्मीद है।टेस्ट मैच में टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर वृद्धिमान साहा हैं, लेकिन रवि शास्त्री के बयान को आधार माने तो उन्हें दूसरे टेस्ट मैच में भी मौका नहीं मिलने जा रहा है। दूसरे टेस्ट के एक दिन पूर्व संवाददाता सम्मेलन में रवि शास्त्री ने कहा कि भारत के टर्निंग विकेट पर वृद्धिमान साहा सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं, लेकिन कीवी कंडिशन में देखें तो यहां गेंदबाजों को स्पिन नहीं मिलती है। वहीं निचले क्रम पर ऋषभ पंत अच्छी बल्लेबाजी कर लेते हैं। शास्त्री के इस बयान को देखें तो लगता है कि टीम मैनेजमेंट ने दूसरे टेस्ट में भी पंत को मौका देने का मन बना लिया है।
रविचंद्रन अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा पा सकते हैं मौका
अपने इस बयान में रवि शास्त्री ने दो टूक लहजे में यह भी कहा था कि रविचंद्रन अश्विन सालों से टीम इंडिया के लिए अच्छी गेंदबाजी करते आ रहे हैं। वह विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज हैं, लेकिन उन्हें अपनी बल्लेबाजी सुधारनी ही होगी। टीम चुनते वक्त बल्लेबाजी के साथ क्षेत्ररक्षण का भी ध्यान रखना होता है। शास्त्री के इस बयान के बाद लगता है कि अपनी बेहतर बल्लेबाजी और भारत का सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक होने के नाते रविंद्र जडेजा को टीम में मौका मिल सकता है। वह भी तब, जब टीम इंडिया की बल्लेबाजी पहले टेस्ट में बुरी तरह विफल रही थी।
तेज गेंदबाजी में ईशांत की जगह ले सकते हैं उमेश
अगर तेज गेंदबाजी की बात करें तो पहले टेस्ट में टीम इंडिया की तरफ से सिर्फ ईशांत शर्मा ही ऐसे गेंदबाज रहे, जिन्होंने कलेजा निकाल कर गेंदबाजी की थी। वही इकलौते ऐसे गेंदबाज थे, जिन्हें खेलने में कीवी टीम को परेशानी हुई थी। लेकिन वह चोटिल होकर दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। ऐसे में मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के अलावा तीसरे गेंदबाज उमेश यादव हो सकते हैं। उन्हें जब भी टीम इंडिया की तरफ से खेलने का मौका मिला है, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। नवदीप सैनी को अपनी बारी का इंतजार करना होगा।मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर बल्लेबाज), रविंद्र जडेजा, उमेश यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह।