कोरोना के खौफ में शेयर बाजार
नई दिल्ली: गुरूवार को बाजार के खुलते ही दलाल स्ट्रीट गोते लगाते नजर आई। जहां संसेक्स 1700 प्वाइंट्स की गिरावट के साथ खुला तो वहीं निफ्टी में भी पिछले 2 साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई और इन सब के पीछे वजह है कोरोनावायरस । दरअसल WHO के कोरोनावायरस को पैनडेमिक घोषित करने के बाद अमेरिका समेत कई देशों ने अपने देशों ने अपने-अपने बॉर्डर्स बंद कर दिये । इस महामारी से निपटने के लिए ओवल हाउस में दिए गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान से भी निवेशकों को भरोसा नहीं हुआ, नतीजा अमेरिकी शेयर बाजार में जबर्दस्त गिरावट । अमेरिकी बाजार 1400 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ और इसका असर एशियाई मार्केट पर पड़ना लाजमी था। अब तक बाजार 2600 अंक लुढ़क चुका है आपको बता दें कि ये गिरावट इतनी बड़ी थी कि बाजार खुलते ही महज एक मिनट में निवेशकों का 6 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गया है।
कोरोना का कोहराम ! संसेक्स 2400 अंक गिरा, निफ्टी 2 साल में पहली बार 10000 के नीचे
संसेक्स में आज सुबह से जो हो रहा है उसका अंदाजा बाजार एक्पर्ट्स को पहले से था लेकिन ये गिरावट इतनी बड़ी होगी इस बात का अंदाजा किसी को नहीं था । लेकिन अब सवाल उठता है कि हर बदलते पल के साथ नई गिरावट झेल रहे बाजार में निवेशकों को क्या करना चाहिए।
क्या है एक्सपर्ट्स की राय-
मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बलिगा की मानें तो निवेशकों को इस वक्त धैर्य से काम लेना चाहिए। इस वक्त मार्केट में किसी भी तरह का मूवमेंट नुकसान ही देगा । इसीलिए बेहतर होगा कि Falling line के इस दौर में निवेशक कम से कम एक महीने तक बाजार में लगाए हुए पैसे को हाथ भी न लगाए क्योंकि इस वक्त अगर थोड़ी बहुत रिकवरी होती भी है तो वो नई बिकवाली के चलते वो नई गिरावट पैदा करेगी।
शेयर बाजार भारी गिरावट की ओर, सेंसेक्स में 373 अंकों की गिरावट
वहीं पुनीत किनरा का मानना है कि बाजार के हालात सुधरने में कम से कम एक तिमाही का वक्त लगेगा और कोरोना की वैक्सीन ही महामारी के साथ-साथ बाजार की हालत भी सुधारेगी।
नए निवेशकों को सलाह-
इसके साथ ही नए निवेशकों के लिए पुनीत का कहना है कि अगर पैसा इंवेस्ट करना है तो लॉर्ज कैप में इंवेस्ट करें क्योंकि मार्केट रिट्रीट सबसे पहले लॉर्ज कैप्स में नजर आएगी ।