कवि एवं कथाकार मीठेश निर्मोही का व्याख्यान 29 को

जोधपुर। अंतर प्रांतीय कुमार साहित्य परिषद के तत्वावधान में 29 मार्च को शाम चार बजे गांधी भवन में लेखक से मिलिए कार्यक्रम के अंतर्गत राजस्थानी और हिन्दी के ख्यातनाम कवि एवं कथाकार मीठेश निर्मोही का वक्तव्य अनुवाद की आवश्यकता और समस्याएं एवं कविता पाठ का कार्यक्रम आयोजित होगा। परिषद की महामंत्री डॉ. पद्मजा शर्मा ने बताया कि मीठेश निर्मोही लंबे समय से अनुवाद करते आए हैं। इस कार्यक्रम में वे अनुवाद से संबन्धित अपने अनुभव साझा करेंगे। साथ ही अपनी राजस्थानी, हिन्दी और अनुदित कविताओं का पाठ भी करेंगे। इस कार्यक्रम में वक्ता के पास अपनी बात कहने के लिए चालीस मिनिट का समय होता है। बाद का आधा घंटा प्रश्नोत्तर के लिए सुरक्षित होता है। बता दे कि कहानीकार, कवि, आलोचक,अनुवादक,संपादक मीठेश निर्मोही निरंतर लिख रहे हैं। उनकी रचनाओं के मूल में कहीं नारी की पीड़ा तो कहीं खो रहे गांव और रिश्तों की महक मिलती है और कहीं घटते मानवीय मूल्यों के प्रति चिंता झलकती है। अब तक उनकी पांच कृतियां प्रकाशित हो चुकी हैं और 40 से अधिक पुस्तकों में रचनाएं संकलित हैं। लेखक से मिलिए कार्यक्रम में अब तक कथाकार डॉ. हरीदास व्यास, आलोचक डॉ. रामबक्ष जाट, आलोचक डॉ सदानंद शाही, राजस्थानी के कवि डॉ. आईदान सिंह भाटी, उपन्यासकार दीप्ति कुलश्रेष्ठ, ललित निबंधकार सत्यदेव संवितेंद्र, कथाकार हरिप्रकाश राठी, कथाकार मुरलीधर वैष्णव, कथाकार मनोहर सिंह राठौड़ के व्याख्यान हो चुके हैं।

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