अब तक 3 लाख 74 हजार 272 लोगों की स्क्रीनिंग
जोधपुर। कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग संक्रमण के खतरे को फैलने से रोकने की कार्ययोजना के तहत काम कर रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा ने बताया जिला प्रशासन के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष सघन अभियान चलाये जा रहे है। जिसके तहत कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने से पहले उसकी समय पर जांच कर लोगो की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, आयुष चिकित्सक, आरबीएसके आयुष चिकित्सक, एएनएम व आशा सहयोगिनियो द्वारा पूर्ण निष्ठा से फील्ड में जाकर कोरोना वायरस के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में योद्धाओं की भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले भर में डोर टू डोर सघन अभियान को सफल बनाने में एएनएम व आशा सह्योगिनियो की अहम भूमिका है, जो कि एक योद्धा में रूप में अपने आपको सुरक्षित रखते हुए समुदाय में जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग के साथ उन्हें कोरोना के लक्षण, बचाव व रोकथाम हेतु जागरूक किया जा रहा है।सीएमएचओ डॉ. बलवंत मण्डा ने बताया कि जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देशानुसार प्रशासन के समन्वय से ग्राम पंचायत स्तर पर क्वारेंटाइन केंद्र स्थापित किये जा रहे है। इन क्वारेंटाइन केंद्र पर 20 मार्च के बाद महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, गुजरात, पंजाब, दिल्ली, मध्यप्रदेश या अन्य राज्यो के साथ ही जयपुर, भीलवाड़ा व झुंझनु जिले से आने वाले नागरिकों को 14 दिन तक ग्राम पंचायत स्तर पर बनाये गए क्वारेंटाइन(वेलनेस) सेंटर में रखा जा रहा है। ताकि इससे कोरोना के संक्रमण फैलने के खतरे को रोका जा सकेगा।कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने व किसी संदिग्ध मरीज का पता करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष सघन अभियान चलाया जा रहा है। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. प्रीतम सिंह सांखला ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे, स्क्रीनिंग व जागरूकता अभियान के तहत जोधपुर में स्वास्थ्य दलों द्वारा अब तक 74,710 घरों का सर्वे कर 3,74,272 लोगो की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 1343 सामान्य सर्दी-जुकाम (आईएलआई) के मरीज सामने आये है जिनका प्राथमिक उपचार के साथ ही नियमित मोनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में आईएलआई कि अलग से संचालित ओपीडी में आने वाले 57,254 मरीजो की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें 2420 सर्दी-जुकाम के मरीज सामने आए है जिनका उपचार कर उन्हें चिन्हित किया गया।