कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में अदाणी परिवार तन, मन और धन के साथ शामिल

सेवा भारती समाचार
जोधपुर। हम देख रहे हैं कि आने वाला दौर मानव इतिहास को दो युगों में विभाजित कर देगा कोविड-19 के प्रसार से पहले की दुनिया और प्रसार के बाद की बची हुई दुनिया। राष्ट्रों द्वारा आयोजित अनुशासित लॉकडाउन यानी तालाबंदी के रूप में निर्णायक वैश्विक कार्रवाइयों के सामने आने के बावजूद, यह वैश्विक महामारी मानव स्वास्थ्य के लिए चुनौती बनी हुई है।
हालांकि हम हो चुके नुकसान को तो बदल नहीं सकते हैं, लेकिन हमारे द्वारा किये जा रहे तात्कालिक प्रयास इस मानवीय संकट की दिशा को निर्धारित करेंगे। कई दशकों या सदियों बाद जब हमारे बच्चे पीछे मुडक़र देखें, तो उन्हें हमारी दरियादिलीपर गर्व होना चाहिए कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों ने हार नहीं मानी थी। उन्हें पता होना चाहिए कि सभी भारतीय पूरे दमखम से लड़े और भारत की लड़ाई में सरकार के साथ एकजुट बने रहे। प्रयासों को बढ़ाना ही वक्त की जरूरत है क्योंकि भारत कोरोनावायरस प्रकोप के खिलाफ अपनी लड़ाई के निर्णायक चरण में पहुँच गया है। पिछले सप्ताह, अदाणी फाउंडेशन ने प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति निधि (पीएम केयर्स फंड) में 100 करोड रुपये का योगदान दिया है। इस विकट परिस्थिति में केंद्र और राज्य सरकारें दृढनेतृत्व कर रही है और मुझे विश्वास है कि इससे जमीनी स्तर पर तत्काल मदद उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। हमारे योगदान की घोषणा के एक दिन बाद, हमारे ग्रुप के कई मुख्य अधिकारी यह कहते हुए मेरे पास पहुँचे कि उनके पास कोविड-19 राहत प्रयासों की दिशा में योगदान करने के लिए कर्मचारियों के लगातार ईमेल आ रहे हैं। यहदिल को छू लेने वाला इशारा था। मैं भारत में अपने कार्यबल, अदाणी परिवार, का आभारी हूँ, जिसने कोविड 2019के खिलाफ लड़ाई में लगभग 4 करोड़ रुपये दिये हैं। हमारे 17,000 से अधिक कर्मठ साथियों के द्वारा प्रदर्शित एकजुटता के कारण ही यह संभव हुआ कि अदाणी फाउंडेशन ने और 4 करोड़ रुपये जोड़ा और भारत में कोविड-19 राहत परियोजनाओं के लिए सामूहिक रूप से 8 करोड़ रुपये का योगदान दिया। अदाणी परिवार के लोगो की दरियादिली और उनकी उम्दासोच राष्ट्र-निर्माण में हमारे विश्वास को बहाल करती है, जो ‘गुडनेस के साथ ग्रोथ’ की हमारी मूल सोच से संचालित होता है। भारतीय घरों में आवश्यक वस्तुओं के वितरण को सुनिश्चित करने के लिए हमारे बंदरगाहों, बिजली संयंत्रों, ट्रांसमिशन स्थलों, वितरण स्टेशनों, खाद्य तेल रिफाइनरियों और गैस कारोबार में लगनसे काम करने वाले हमारे नायकों को मैं सलाम करता हूँ। इसके अलावा, एक जिम्मेदार कॉरपोरेट के रूप में, हम विभिन्न क्षमताओं और भूमिकाओं में राष्ट्र के साथ डटे रहेंगे। इसके साथ ही, अब तक उठाये गये निम्नलिखित कदमों के लिए मुझे अपने सभी साथियों का धन्यवाद अदा करना चाहिए:
1. अदाणी फाउंडेशन ने गुजरात मुख्यमंत्री-राहत कोषको 5 करोड़ रुपये और महाराष्ट्र मुख्यमंत्री-राहत कोष में 1 करोड़ रुपये का योगदान किया है। इसके अलावा, कट्टुपल्ली जिला कलेक्टर कोविड-19 फंड और भद्रा जिला प्रशासन को भी योगदान दिया गया।
2. अहमदाबाद नगर निगम को 100 वेंटिलेटर मुहैया कराया गया और इसके साथ ही पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट्स) और एन-95 मास्क उपलब्ध कराये गये।
3. अदाणीसक्षम द्वारा सहायता प्राप्त महिला सहकारी समितियों ने 1.2 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन किया।
4. भारत के सबसे बड़े जिले कच्छ में GAIMS मामलों की देखभाल के लिए एकमात्र अस्पताल जीएआईएमएस (त्र्रढ्ढरूस्)कार्यरतहै।
5. हमारे व्यावसायिक संस्थान भारतीय परिवारोंको आवश्यक वस्तुओं, गैस और बिजली की बाधारहित आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं।
6. जागरुकता अभियानों और सुरक्षा किट की उपलब्धता के जरिये प्रमुख व्यावसायिक स्थलों के आसपास बसे हुएस मुदायों को जागृत करना।
7. ट्रक चालकों और मजदूरों के लिए स्वस्थ भोजन पकाने वाली बिजनेस कैंटीनचलाना।
8. अदाणी गैस-ईंधन वाले सीएनजी ऑटो के जरिये अहमदाबाद में आवश्यक वस्तुएं पहुँचाने के लिए नगर निगम से साथ भागीदारी।
पिछले तीन दशकों में, अदाणी ग्रुप में हमने जो भी लक्ष्य निर्धारित किया और जो कुछ भी हासिल किया वह सब राष्ट्र हित में किया है। आगे भी, हम अपनी यह परंपरा बरकरार रखेंगे। अंत में, मैं यह दोहराना चाहूँगा कि अदाणी ग्रुप इस परीक्षा की घड़ी में सरकारों और साथ खड़े नागरिकों को समर्थन देते हुए अपने संसाधनों को उपलब्ध कराना जारी रखेगा।

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