सूचना कांटेक्ट टे्रसिंग सेल को देवें: कलेक्टर
जोधपुर। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने सभी जोधपुरवासियों से अपील की है कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने वाले समस्त व्यक्तियों की जो भी सूचना जिला प्रशासन की कांटेक्ट टे्रसिंग सेल मांगती है, उन्हें सही सूचना उपलब्ध करावे। उन्होंने कहा कि इसी में जोधपुर में इस महामारी के प्रसार को रोका जाना संभव होगा।जिला कलक्टर ने कहा कि उनकी सही जानकारी से ही पता चलेगा कि कौन कौन कांटेक्ट पर्सन है। उन्होंने कहा कि उनकी सही जानकारी के आधार पर उनसे सम्पर्क करके उनका जल्दी से जल्दी इलाज, टेस्ट करवाना, होम क्वारेंटेन करवाना, स्टेट क्वारेंटन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे बीमारी का आगे फैलाव रोका जा सकेगा।जिला कलक्टर ने कोरोना पॉजिटिव के कांटेक्ट पर्सन की जानकारी व बीमारी के प्रभाव को आगे बढने से रोकने व उनके तुरन्त इलाज के लिए जिला स्तर पर कई सैल का गठन किया गया है। कांटेक्ट टे्रसिंग सेल के नोडल अधिकारी जेडीए आयुक्त मेघराजसिंह रतनू, स्क्रीनिंग सेल के नोडल अधिकारी जेडीए सचिव हरभान मीणा व सर्विलेंस सेल के नोडल अधिकारी नगर निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला को बनाया गया है, कांटेक्ट टे्रसिंग सेल में आईएएस टेऊनी मंयक मनीष, आईएए टेै्रनी अपर्णा, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक उत्तर पश्चिम रेलवे धीरूमल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पूर्व), डॉ तेजपाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) उमेश औझा, उपायुक्त (उत्तर) जेडीए श्रीमती पुष्पा हरवानी, जिला परिवहन अधिकारी राजेन्द्र डांगा व उप डीन एम्स डॉ पंकज भारद्वाज सहायक नोडल अधिकारी शामिल है। इसी तरह सेल में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के निरीक्षक विनोदकुमार, पुलिस निरीक्षक एएचटीयू पूर्व मनोज राणा, हैड कानिस्टेबल एएचटीयू पश्चिम भारत पटेल, अपराध शाखा पश्चिम कॉनिस्टेबल ओमाराम, जगदीश, जितेन्द्र व डूंगरराम कॉनिस्टेबल भी सेल में सहयोग कर रहे है। इसी तरह सेल में जेडीए के अधीक्षण अभियंता महेन्द्रसिंह पंवार, अधिशाषी अभियंता राकेश परिहार, राकेश गहलोत, सुबोध माथुर, अभिषेक परिहार, कनिष्ठ अभियंता लवजीत भाटी, जितेन्द्र रामावत, मनोहरलाल, पप्पूराम, महेन्द्र गुर्जर व सौरभ सारण शामिल है। सैल में एम्स के सीनियर रेजीडेन्ट डॉ दिलीपन, डॉ नितेश, डॉ. प्रशांत, डॉ. अभिलिप्सा प्रधान, डॉ. आशु रंगा, डॉ. इप्सा कुलक्षेत्र, डॉ. मुसर्रत सिद्की व डॉ. ओषी चतुर्वेदी व जेडीए आईटी सैल के सूचना सहायक कपिल चौधरी, दिनेश परिहार, कपिल गहलोत, संदीप जयदीप व सोनू सांखला भी सैल से जुड़े है।कांटेक्ट टे्रसिंग सेल के नोडल अधिकारी मेघराज सिंह रतनू ने कांटेक्ट टे्रसिंग सेल की कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तार से बताया। उदाहरण के तौर पर नगमा नामक महिला पॉजिटिव पाई गई। उन्होंने बताया कि नगमा अपनी बच्ची का इलाज कराने अहमदाबाद गयी व फिर रेल के जनरल कोच से वापिस आयी। उसने पावटा अस्पताल में अपने को दो बार दिखाया, फिर एमजीएच दिखाने गयी, उन्हें लक्षण देखकर एमडीएम रेफर किया व उसके टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके बाद कांटेक्ट टे्रसिंग सेल ने अपना कार्य शुरू कर उसके कांटेक्ट पर्सन की जानकारी ली, उनके फोन नम्बर लिए, कोटेक्ट सर्च किया इनका इंटरोगेशन किया। उन्होंने बताया कि नगमा के कांटेक्ट में हाईरिस्क कांटेक्ट व्यक्तियों का टेस्ट कराया जो 4 व्यक्ति पॉजिटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि इसमें नगमा के चाचा, चाची उसके पीहर पक्ष का किरायेदार की पत्नि, नगमा की भाभी पॉजिटिव पायी गयी। पीहर पक्ष का किरायादार अब्दुल हमीद भी पॉजिटिव पाया गया। उन्होंने बताया कि पांचों को एमडीएम में रखा जहंा उनका इलाज चल रहा है। हाई रिस्क के अन्य लगभग 35 कांटेक्ट पर्सन को स्टेट क्वारेटाइन में 14 दिन के लिए सरकारी भवन में निगरानी में रखा गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जो हाई रिस्क नहीं व लॉ रिस्क है, इसके नगमा के 11 व सिमरन जो नगमा की भाभी है उसके 24 लॉ रिस्क कांटेक्ट है इन्हें होम क्वारेंटाईन किया गया है। इस प्रकार कुल 60-70 लोग एक नगमा के संपर्क में आए है। उन्होंने बताया कि इस तरह एक आदमी कितने को प्रभावित कर सकता है। यह उनके रहने का तरीका, लोगो से मिलना जुलना, आपस में सम्पर्क में आना इस बीमारी को बढा सकता है।
रतनू ने बताया कि नगमा की तरह ही उर्मिला भी कोरोना पॉजिटिव पायी गयी। उर्मिला के पति, उसकी पुत्री, उनके पड़ोसी अस्पताल जहां वे गए वहां की एक नर्स तथा एक कार्मिक भी पॉजिटिव पाए गए। उर्मिला के 59 कांटेक्ट सर्च किए गए। इनके हाई रिस्क कॉटेक्ट को स्टेट क्वारेंटाईन व लो रिस्क कांटेक्ट को होम क्वारेंटाइन कराया गया। उन्होंने बताया कि नागौरी गेट क्षेत्र से अब्दुल हमीद 72 वर्षीय व्यक्ति डोर टू डोर सर्वे में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इनके 6 अन्य परिजन पॉजिटिव पाए गए व लगभग 7 व्यक्तियों से इनका सम्पर्क हुआ जिसे कांटेक्ट टेऊसिंग सेल ने पूछताछ कर सूचीबद्ध किया।उन्होंने बताया कि कांटेक्ट टे्रसिंग सेल द्वारा व्यक्ति के रेल हवाई, सडक़ मार्ग यात्रा के प्रकार को दृष्टिगत रखते हुए संभावित प्रभावित व्यक्तियों की तलाश की जाती है। कोरोना प्रभावित व्यक्ति के परिजन, भीड़, किराणा, मेडिकल दुकान, सब्जीवाला, दूधवाला को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना पॉजिटिव के सभी संभावित सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों की सूचना इस प्रकोष्ठ द्वारा तैयार कर सीएमएचओं व नगर निगम की सर्विलेंस टीम को उपलब्ध करायी जाती है। इस सूची के आधार पर उनकी टेस्टिंग, स्टेट क्वारेंटाईन होम क्वारेंटाईन सीएमएचओं व सर्विलेंस टीम द्वारा जाती है।