हिंदुस्तान यूनिलीवर ने की यूनिसेफ के साथ साझेदारी

जोधपुर। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने आज संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के साथ मिलकर व्यापक जन संचार अभियान शुरू करने और कोविड -19 के खिलाफ आम जनता को जागरूक और सशक्त बनाने की घोषणा की। इस अभियान में एचयूएल की मार्केटिंग विशेषज्ञता एवं उसका व्यापक स्तर तथा यूनिसेफ का तकनीकी ज्ञान मिलकर काम करेगा, ताकि लोगों के व्यवहार बदलने और वैश्विक महामारी के दौर में सुरक्षित रहने में मददगार संचार उपकरण तैयार किए जा सकें।एचयूएल ने हाल ही में भारत को कोविड-19 महामारी से लडऩे में मदद के लिए 100 करोड़ रुपये के योगदान की जानकारी दी थी। इस अभियान के अलावा एचयूएल देश भर के नागरिकों की साबुन, सैनिटाइजर और टॉयलेट क्लीनर जैसे आवश्यक उत्पादों तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए कई पहल शुरू कर रहा है। अभियान के बारे में बताते हुए, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के चेयरमैन एवं एमडी, संजीव मेहता ने कहा कि कोविड-19 से लडऩे में मदद करने के लिए शहरी और ग्रामीण भारत दोनों की फिलहाल जरूरत सरल और प्रभावी संचार है, और इस संचार को उपलब्ध कराना ही यूनिसेफ के साथ हमारी साझेदारी का लक्ष्य है। इसके अलावा, इस संकट के दौरान हमें एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होने और एक-दूसरे का सहयोग करने की आवश्यकता है। हमारा अभियान इन चुनौतियों का व्यापक समाधान पेश करने में मदद करेगा। यूनिसेफ के साथ साझेदारी में, हम सरकार के साथ काम करने और देश के व्यापक हिस्से में लाइफबॉय साबुन, हैंड सैनिटाइजर और डोमेक्स क्लीनर जैसी आवश्यक वस्तुएं बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं जो आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। यह अभियान मीडिया संगठनों से सहयोग की उम्मीद करेगा और बड़े तथा छोटे किस्म के सोशल मीडिया कन्टेंट को दोनों संगठनों के व्यापक ग्रामीण दायरे में मौजूद जोखिमग्रस्त जनता तक पहुंचायेगा। डॉ. यास्मीन अली हक, भारत की प्रतिनिधि, यूनिसेफ, भारत ने कहा कि कोविड-19 बीमारी ने कई चुनौतियों को जन्म दिया है और उन चुनौतियों में सभी को, चाहे वे जहां भी और जिस परिस्थिति में हों, कम से कम समय में सही जानकारी देना शामिल है। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह साझेदारी एचयूएल की संचार शक्ति के साथ-साथ यूनिसेफ की तकनीकी विशेषज्ञता और संदेश के साथ में पहुंच का लाभ प्रदान करती है। हमें उम्मीद है कि इस प्रयास के जरिये हम रोग के प्रसार को रोकने के लिए जानकारी साझा करने और संचार की कमी को दूर करने में सक्षम रहेंगे।

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