मुख्यमंत्री को भेजी जोधपुर प्रशासन की शिकायत
जोधपुर। भारतीय जनता पार्टी जोधपुर शहर जिला कार्यकर्ताओं ने जोधपुर जिला प्रशासन की लापरवाही एवं स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा प्रतिदिन हजारों जरूरतमंद लोगों को वितरण किये जा रहे भोजन को बंद कराने एवं सडक़ों पर बैठे 500 सौ से अधिक भिखारियों व दिहाड़ी मजदूरों को डंडो के जोर पर जबरन शहर से बाहर खदेडऩे पर आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिकायत कर कोरोना वायरस के संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिये सरकार द्वारा पूर्ण लॉकडाउन के कारण आमजन को हो ही परेशानी एवं समस्याओं को बढ़ाने का जिला प्रशासन पर आरोप लागया।भाजपा ग्रंथालन निर्माण प्रकल्प प्रदेश प्रमुख राजेन्द्र बोराणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर स्थित निवास पर एवं मुख्यमंत्री द्वारा गठित सेल पर शिकायत करते हुए कहा कि कल 500 सौ से अधिक दिहाड़ी मजदूरों-भिखारियों को जिसमें कई दिव्यांग भी थे पुलिस के डंडे के जोर पर बिना उनके नाम पते व बिना चिकित्सा जांच के उनको झालामण्ड से विनायकिया होते हुए डांगियावास बाईपास पर भरी गर्मी में भोजन-पानी के बिना खदेड़ दिया गया। प्रशासन की इतनी बड़ी लापरवाही से अगर उनमें दो-चार भी कोराना संक्रमित हुए तो सरकार की सारी व्यवस्थाएं धरी रह जायेगी। इससे कितने लोगों तक यह संक्रमण फेल सकता है इस घटना को लेकर बोराणा ने इसे प्रशासन की घोर लापरवाही बताया है।साथ ही भाजपा नेता बोराणा ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि केन्द्र रा राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाईन का पूर्णतया पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस रखते हए जोधपुर के बालाजी मन्दिर घांची समाज, जालोरी गेट द्वारा 27 मार्च से जोधपुर के तीनों सरकारी अस्पतालों महात्मा गांधी, उम्मेद एवं एमडीएम अस्पताल सहित अन्य जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन 3 हजार पांच सौ भोजन के पैकेट्स वितरण कर रहे थे इस वितरण व्यवस्था को बंद कर अस्पतालों में भर्ती मरीज व उनके परिजनों सहित सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को भूखों मरने पर मजबूर कर जरूरतमंदों की समस्याओं को बढ़ाकर अपना अमानवीय चेहरा उजागर कर दिया है। संकट की इस घड़ी में स्वयं सेवी संस्थाअेां एवं दानदाताओं से सहयोग लेने की बजाय प्रशासन इन्हें हतोस्साहित कर रहा है। ऐसी स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रोत्साहित कर पुन: भोजन वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से जारी हो जिससे अस्पतालों की व्यवस्था निरन्तर चलती रहे ताकि जरूरतमंद लोग भोजन से वंचित ना हो।