आठ और संक्रमित मिले, कोरोना संक्रमितों की संख्या कुल 43 हुई
जोधपुर। शहर में कोरोना का कहर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। जहां गुरुवार रात को एक बुजुर्ग की मृत्यु के बाद संक्रमण की बात सामने आई वहीं शुक्रवार को आठ नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने से प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी हो गई है। जोधपुर में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या कुल मिलाकर 43 हो गई है। इनमें से पांच जने ठीक होकर अपने घर लौट चुके है। जिला कलेक्टर प्रकाशराजपुरोहित ने यह जानकारी दी। कं युनिटी स्पे्रड का खतरा बढ़ा:
जोधपुर शहर में कोरोना के नए मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या ने प्रशासन की दिक्कतें बढ़ा दी है। साथ पुलिस थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू लगाकर घर-घर की जा रही गहन जांच के कारण नए संक्रमितों को तलाश करने में प्रशासन को काफी सफलता मिली भी है, लेकिन अभी तक इसकी चेन को पूरी तरह से तोड़ा नहीं जा सका है। ऐसे में आशंका बनी हुई है कि अभी भी शहर में कई नए मरीज सामने आ सकते है। कल रैंडम सैंपलिंग करने गई चिकित्सा की टीम ने नागौरी गेट क्षेत्र में एक महिला पॉजीटिव पाई गई थी। कम्यूनिटी स्पै्रड के इस मामले में आज इस महिला के संपर्क वाले लोग हैं जो संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें आइसोलेशन के लिए भेजा गया है। इधर जैसलमेर और जोधपुर मिलिट्री स्टेशन स्थित आर्मी वेलनेस सेंटर में ईरान से एयरलिफ्ट करके लाए गए भारतीयों में से गुरुवार को 6 और लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली थी इसमें से चार जैसलमेर और दो जोधपुर कैंप के हैं। अब तक जोधपुर और जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन स्थित क्वारेंटाइन कैंप के 42 भारतीयों में कोरोना मिला है। इसमें से 21 जने जोधपुर स्थित कैंप और 21 जैसलमेर स्थित कैंप के है। सभी रोगी एम्स जोधपुर में भर्ती है। जैसलमेर स्थित मिलिट्री कैंप में 484 और जोधपुर स्थित कैंप में 552 भारतीयों को क्वारेंटाइन पर रखा गया है।शहर में गुरुवार देर शाम मथुरादास माथुर अस्पताल में कोरोना संदिग्ध एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया था। शुक्रवार सुबह उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने से सभी ने राहत महसूस की। उदयमंदिर थाना क्षेत्र का एक 60 वर्षीय व्यक्ति सांस लेने में दिक्कत की समस्या बता देर शाम कोरोना संक्रमितों के लिए बनाई गई विशेष ओपीडी में पहुंचा। वहां तैनात डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज शुरू किया। इलाज शुरू करने के थोड़ी देर में ही उसकी मौत हो गई। उसकी मौत होने के बाद हाथों हाथ उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। साथ ही प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद शव को कोरोना मरीजों के लिए मोर्चरी में बनाए गए विशेष कक्ष में भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पूरी तरह से कवर करवा कर रखवाया गया। आज सुबह आई जांच रिपोर्ट में पुष्टि हो गई कि वह कोरोना संक्रमित नहीं था। ऐसे में अब उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया।