पुलिस पर मारपीट का आरोप

  • क्राइम रिपोर्टर एस.कुमार

जोधपुर। भरतपुर में जहां चिकित्सकों और पुलिसकर्मियों के बीच हुआ विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ है वहीं जोधपुर में भी अब चिकित्साकर्मी व पुलिस के बीच विवाद हो गया है। शहर में कोरोना के मरीजों की तलाश में घर-घर सर्वे कार्य में जुटे कुछ नर्सेज ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। नर्सेज का आरोप है कि दिनभर सर्वे कर रात को दूध और खाद्य सामग्री लेने निकले चार नर्सेज को पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर पकड़ कर डंडों से पिटाई कर दी। इसके बाद सोमवार सुबह आक्रोशित नर्सेज ने काम बंद कर दिया और महात्मा गांधी अस्पताल में प्रदर्शन किया। बाद में नर्सेज के साथ समझाइश की गई। इस दौरान नर्सेज ने समझाइश के दौरान भी पुलिस पर धमकाने का आरोप लगाया। इधर पुलिस ने पिटाई के आरोप को सिरे से ही खारिज कर दिया। वहीं एमजीएच के अधीक्षक का कहना है कि छात्रों के साथ दुव्र्यवहार हुआ है और पुलिस ने इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया है। इस बीच छात्रों ने अपनी अन्य मांगों की सूची भी अस्पताल प्रशासन को सौंपी है।
जोधपुर के भीतरी शहर में इन दिनों कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है। ऐसे में प्रशासन इसकी रोकथाम के लिए घर-घर सर्वे करवा रहा है। इसमें नर्सिंग छात्रों की भी मदद ली जा रही है। नर्सिंग छात्रों ने सोमवार सुबह एमजीएच में अधीक्षक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कल रात काम से वापस लौटने के बाद दूध व अन्य खाद्य सामग्री खरीदने जा रहे चार छात्रों की पुलिस ने दो अलग-अलग स्थान पर पिटाई कर दी। इससे छात्र चोटिल हो गए। पहचान पत्र पत्र दिखाने के बावजूद पुलिस ने उनको डंडे मारे। छात्रों का विरोध प्रदर्शन बढ़ते देख पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस के तेवर देख एक बार छात्र फिर से भडक़ उठे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस धमका रही है। बाद में एमजीएच अधीक्षक डॉ. महेश भाटी के कक्ष में समझौता वार्ता शुरू हुई। डॉ. भाटी ने स्वीकार किया कि छात्रों के साथ दुव्र्यवहार हुआ है जबकि पुलिस अधिकारियों ने इससे साफ इनकार कर दिया। बाद में थानाधिकारी ने आश्वासन दिया कि वे इस मामले की जांच करवा लेंगे। वहीं डॉ. भाटी ने छात्रों से कहा कि वे भी बगैर काम बाहर जाने से बचे और ड्यूटी के बाद अपने हॉस्टल में ही रहे ताकि ऐसी स्थिति से भविष्य में बचा जा सके।
पिटाई के मामले का पटाक्षेप होते ही छात्रों ने अपनी नई मांगों की सूची अधीक्षक को थमा दी। छात्रों का कहना है कि वे दिन भर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की तलाश करते है। ऐसे में उनके भी संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की। डॉ. भाटी का कहना है कि सर्वे टीम इन दिन सीएमएचओ के अंडर में काम कर रही है। वे इस समस्या का समाधान कर सकते है। उन्होंने सीएमएचओ से बात कर उन्हें समस्या से अवगत करवा दिया। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने छात्रों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।

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