जोधपुर में दस नए पॉजिटिव मिलने से संक्रमितों का आंकड़ा 105 तक पहुंचा
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। सूर्यनगरी में बुधवार को कोरोना संक्रमित मरीजों के अनचाहे शतक को पूरा कर लिया। आज दस नए मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 105 तक जा पहुंची। इससे पहले शहर में मंगलवार रात एक साथ 16 लोगों कोरोना संक्रमित पाए गए थे। आज सुबह जारी जांच रिपोर्ट में 7 जने पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद शाम को तीन और मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
इससे पहले जोधपुर शहर में सोमवार को एक साथ तीस कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मंगलवार सुबह राहत भरी रही थी और जांच सैंपलों में से एक भी नया संक्रमित नहीं मिला, लेकिन शाम को आई जांच रिपोर्ट में एक साथ 16 नए मरीज सामने आ गए थे। वहीं सोमवार को पॉजिटिव पाए गए पुलिस कांस्टेबल की पत्नी भी कोरोना संक्रमित पाई गई थी। शहर में अब तक मिले कोरोना संक्रमितों में से करीब अस्सी लोग भीतरी शहर के है। इन क्षेत्रों में महा कफ्र्यू लागू कर व्यापक पैमाने पर घर-घर लोगों की जांच का विशेष अभियान चलाकर सैंपल लिए जा रहे है। यहीं कारण है कि इन क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। लगातार बढ़ते कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चलते एमडीएमएच की कोरोना विंग की चारों मंजिलों पर संक्रमितों को भर्ती रखा जा रहा है। ऐसे में यहां चल रही ओपीडी को अब जनाना विंग में शिफ्ट कर दिया गया है। जनाना विंग में सभी संदिग्धों को भी रखा जा रहा है। फिर उनमें से किसी के पॉजिटिव आने के बाद उसे कोरोना विंग में भर्ती किया जाता है।
कोरोना वायरस अब सूर्यनगरी के नए-नए हिस्सों में अपने पांव पसार रहा है। अब तक परकोटे के भीतर बसे पुराने शहर में ही सबसे अधिक मरीज सामने आए है, लेकिन इसका दायरा तेजी से बाहरी क्षेत्र तक भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना से बढ़ते दायरे ने प्रशासन की भी चिंता बढ़ा दी है। शास्त्रीनगर से हुई शुरुआत के बाद भीतरी शहर में इसके कदम पड़े। वहां यह बहुत तेजी से फैलना शुरू हुआ। नागौरी गेट और उदयमंदिर क्षेत्र से सबसे अधिक संक्रमित मिले। इसके बाद शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इसका दायरा बढऩे लगा। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में काफी दिन पूर्व इंग्लैंड से लौटे एक युवक के संक्रमित मिलने से हडक़ंप मच गया था, लेकिन वह युवक अब ठीक होकर अपने घर पहुंच चुका है। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड में मिले चार मरीजों ने प्रशासन की दिक्कतें बढ़ा दी है। नए-नए क्षेत्र में मरीज मिलने के बाद प्रशासन को इन क्षेत्रों में भी जांच का दायरा बढ़ाना पड़ रहा है। इन क्षेत्रों में नई जांच टीमों को तैनात करना पड़ रहा है।