झूठी सहायता मांगने पर एक और व्यक्ति को नोटिस जारी
जोधपुर। कोरोना के कारण चल रहे लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों और निर्धन लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है लेकिन कई लोग इस का अनुचित लाभ उठाकर अनावश्यक रूप से प्रशासन के समक्ष समस्याएं खड़ी कर रहे हैं। निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर नगर निगम और शहर के भामाशाह लगातार जरूरतमंदों और गरीब लोगों को भोजन की आपूर्ति कर रहे हैं। प्रतिदिन शहर में नगर निगम और भामाशाह के माध्यम से 40,000 से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। निगम का प्रयास रहता है कि जहां कहीं से भी भोजन पैकेट की मांग आती है वहां भोजन पैकेट उपलब्ध कराए जाए। ओला ने बताया कि संपर्क पोर्टल पर वार्ड नंबर चार, पूर्व पाल योजना निवासी आशीष ने संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई कि उसके घर में बिल्कुल कुछ भी रसद सामग्री नहीं है और ना ही उसे भोजन के पैकेट मिल रहे हैं जिससे वह भूख से परेशान है। संपर्क पोर्टल पर मिली शिकायत के बाद नगर निगम ने नगर निगम एक्सईएन संजय माथुर को भोजन पैकेट से लेकर मौके पर भेजा। मौके पर अधिकारियों ने पाया कि शिकायतकर्ता आशीष के घर में पर्याप्त राशन सामग्री मौजूद थी। उसके घर में आटा, तेल, मसाले, गैस सिलेंडर सहित सभी सामग्री उपलब्ध था। झूठी शिकायत करने पर आशीष को आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत नोटिस जारी किया गया है। ओला के कहा कि कि इस तरह से झूठी शिकायतें मिलने पर अनावश्यक रूप से प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम आयुक्त ओला ने शहरवासियों से आग्रह किया कि निगम और भामाशाह की ओर से जो भोजन पैकेट एवं रसद सामग्री दी जा रही है उसका कोई भी अनुचित लाभ नहीं ले। यह भोजन सामग्री केवल उन्हीं व्यक्तियों के लिए है जो किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं और उनके घर में कोई भी आय का स्रोत नहीं है। निगम आयुक्त बताया कि इस तरह की शिकायत करने वालों के विरुद्ध निगम आवश्यक कार्रवाई भी करेगा।