एक ही दिन में तीन एसडीपी डोनेट किए

सेवा भारती समाचार 

जोधपुर। लॉकडाउन के दौरान जोधपुर शहर में मरीज़ों को निरंतर रक्त एवं प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ रही है।  जोधपुर ब्लड डोनर्स समूह के उत्प्रेरक विशाल जे. डेविस ने बताया कि टीम द्वारा शहर के सभी ब्लड बैंकों के साथ निरंतर समन्वयन बैठाते हुए रक्त एवं प्लेटलेट्स की व्यवस्था करवाई जा रही है। प्लेटलेट्स की आवश्यकता अधिकतर मरीज़ों को अचानक ही पड़ती है एवं यदि समय पर डोनर की व्यवस्था ना हो तो मरीज़ की जान को ख़तरा उत्पन्न हो जाता है। एसडीपी डोनर चुनाव की प्रक्रिया एवं मानक आम रक्तदान से जटिल होने के कारण नार्मल रक्तदान से प्लेटलेट्स के लिए डोनर की व्यवस्था करना कहीं अधिक कठिन होता है, नार्मल रक्तदान में जहां सारे आवश्यक टेस्ट रक्तदान के बाद में होते हैं वही प्लेटलेट डोनेशन के लिए डोनर के स्वयं के प्लेटलेट काउंट जांचने के साथ सारे टेस्ट भी पहले ही कर लिए जाते हैं। इन बहुत सारे पैरामीटर्स के चलते बमुश्किल 10 में से एक रक्तदाता प्लेटलेट्स डोनेट करने के लिए सक्षम होता है, इसीलिए जेबीडी समूह द्वारा प्लेटलेट्स डोनेट करने में सक्षम रक्तदाताओं की अलग से रैपिड रिस्पांस टीम बना रखी है। यह रक्तदाता 12 महीने सिफऱ् प्लेटलेट्स ही डोनेट करते हैं इसीलिए यदि किसी एक दिन में भी अलग-अलग ब्लड ग्रुप के 50-100 प्लेटलेट्स डोनर्स की व्यवस्था भी करनी पड़ जाए तो भी टीम सदैव तत्पर एवं सक्षम है।
रैपिड रिस्पांस टीम के संयोजक मोहसिन खान ने बताया कि आज एक साथ अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती तीन कैंसर पीडि़त मरीज़ों के लिए प्लेटलेट्स डोनर्स की ज़रूरत पडऩे पर परिजनों द्वारा हेल्पलाइन पर संपर्क किया गया जिस पर समूह के एयरफोर्स निवासी एवं सगे भाइयों रक्तदाता जसवंत सिंह चौहान को महात्मा गांधी अस्पताल, प्रिंस चौहान को रोटरी ब्लड बैंक एवं सोनी देवा अस्पताल में भर्ती मरीज़ के लिए रातानाडा निवासी रक्तदाता अनिल चौधरी ने रोटरी ब्लड बैंक पहुंच कर प्लेटलेट्स डोनेट किए।

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