हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कोरोना वायरस ने राजस्थान हाईकोर्ट में दस्तक दे दी है। हाईकोर्ट में एक न्यायाधीश का रीडर शुक्रवार सुबह एम्स की जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया है। जोधपुर में आज सुबह मेडिकल कॉलेज की जांच रिपोर्ट में एक भी पॉजिटिव नहीं मिलने से मिली राहत थोड़ी देर के लिए ही रही। एम्स की जांच रिपोर्ट में दो जने पॉजिटिव पाए गए। इनमें से एक शास्त्रीनगर और दूसरा फतेहसागर निवासी है। इस तरह अब जोधपुर शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 310 तक पहुंच गई है। हाईकोर्ट के किसी कर्मचारी के कोरोना संक्रमित होने का यह पहला मामला है। बताया जा रहा है कि इस रीडर की कॉटेक्ट हिस्ट्री काफी बड़ी है। फिलहाल शास्त्रीनगर स्थित उसके घर से परिजनों को अस्पताल ले जाया गया है। साथ ही राजस्थान हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव करवाया गया है। एम्स से जारी मेडिकल बुलेटिन में दो जनों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसमें से शास्त्रीनगर सेक्टर एच निवासी एक व्यक्ति हाईकोर्ट में रीडर है। दो दिन पूर्व तबीयत खराब होने पर यह रीडर स्वयं की जांच कराने एम्स गया था। वहां उसे भर्ती कर सैंपल लिया गया। आज जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही हाईकोर्ट के कर्मचारियों में खलबली मच गई। बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट के कर्मचारी बड़ी संख्या में इस रीडर के संपर्क में रहे थे। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह रीडर गत कुछ दिनों में अपने न्यायाधीश से मिला या नहीं। फिलहाल चिकित्सा विभाग की टीम शास्त्रीनगर स्थित इसके मकान से परिजनों को अस्पताल लेकर गई है। वहीं एक टीम उससे पूछताछ कर गत कुछ दिनों में इसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने में जुटी है। कोरोना संक्रमण का फैलाव शुरू होने के साथ ही देशभर में लागू लॉक डाउन के पश्चात जोधपुर स्थित राजस्थान हाईकोर्ट की मुख्य पीठ में सिर्फ आवश्यक मामलों की ही सुनवाई की जा रही थी। इसके लिए किसी मुव्वकिल व वकील को कोर्ट जाना नहीं पड़ता है। सारी सुनवाई वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये हो रही है लेकिन हाईकोर्ट के अधिकांश कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे।
कोरोना का संक्रमण शहर में तेजी से फैल रहा है। लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। कई दिन से रोजाना नित नए क्षेत्रों से कोरोना संक्रमित मिल रहे है, लेकिन आज सुबह जारी रिपोर्ट में एक भी नया मरीज नहीं मिलने से सभी ने राहत महसूस की। शहर में कोरोना संक्रमण एक माह में ही 100 गुना बढ़ चुका है। 23 मार्च को शहर में केवल 3 संक्रमित थे, एक ही माह में यानी 23 अप्रैल को यह 300 के आंकड़े को पार कर 308 पहुंच गए था। पहले 100 मरीज तक संक्रमण की गति धीमी थी। पहले 100 मरीज 25 दिन में आए थे। 15 अप्रैल को मरीज 100 की संख्या को पार कर 119 पहुंच गई थी। इसके बाद तो संक्रमण खतरनाक रफ्तार से बढ़ रहा है। चार ही दिन बाद 19 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 200 का आंकड़े से बाहर, यानी 230 पहुंच गई। इस दौरान दो संक्रमितों की मौत भी हुई है। हालांकि अच्छी बात यह है कि मौत से कहीं ज्यादा स्वस्थ होने वालों की संख्या है। इस एक महीने में 41 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। अब यह लोग अपने घरों पर पहुंच चुके हैं।