धूमधाम से मनाई परशुराम जयंती, घर-घर हुई आराधना
सेवा भारती संवाददाता
जोधपुर। ब्राह्मण समाज के आराध्य देव भगवान परशुराम का जन्मोत्सव शनिवार को शहरभर में कई कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। समाज के अलग-अलग संगठनों की तरफ से विभिन्न धार्मिक व सामाजिक सेवाओं के कार्यक्रम किए गए। हालांकि लॉकडाउन व कोरोना के कारण इस बार शोभायात्रा व अन्य सामूहिक कार्यक्रम नहीं हुए लेकिन फिर भी समाज के लोगों ने सोशल डिस्टेंस व लॉकडाउन की पालना करते हुए कई सेवा कार्य किए। वहीं समाज के लोगों ने अपने घरों में आराध्य देव भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की। उन्हें भोग लगाया।
विप्र फाउंडेशन ने भगवान परशुराम का जन्मोत्सव शनिवार को लॉकडाउन के नियमों की पालना में मनाया। संस्था के सदस्यों द्वारा शनिवार को पांच लाख मंत्रों का जाप कर भगवान की आराधना की गई। जोधपुर जिले में यह कार्यक्रम भागवताचार्य पंडित मनीषभाई ओझा के सान्निध्य में हुआ। परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम के प्रभारी रवि शर्मा ने बताया कि जोधपुर जिले में सर्व ब्राह्मण समाज के 151 प्रमुख लोगों ने घर पर रहकर ही मां काली की आराधना में पांच लाख से अधिक मालाओं का जाप किया। विप्र फाउंडेशन ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव को आरोग्य सिद्धि दिवस के रूप में मनाया। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता हस्तीमल सारस्वत ने बताया की फाउंडेशन से जुड़े देशभर के कार्यकर्ताओं ने एक साथ महामारी विनाशक सिद्धि मन्त्र का जाप किया तथा लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमन्द लोगों के लिए संपूर्ण देश में एक लाख थाली प्रसाद स्वरूप भोजन तथा एक विप्र एक जरूरतमंद के लिए एक माह के राशन की व्यवस्था की। विफा के जिलाध्यक्ष कैलाश सारस्वत ने बताया कि भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम के तहत शनिवार को सांय सात बजे विप्र परिवार घरों में दीप प्रज्वलित कर महाआरती करेंगे।
दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू: वहीं राजस्थान ब्राह्मण सेवा परिषद गौ व समाज प्रकोष्ठ, भारतीय अटल सेना व उन्नति समाजिक सेवा संस्था के सदस्यों द्वारा घरों में रहकर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया। प्रकोष्ठ अध्यक्ष व सेना के प्रवक्ता, महामंत्री एडवोकेट संजीव व्यास ने बताया कि भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर राजस्थान ब्राह्मण सेवा परिषद गौ व समाज प्रकोष्ठ के श्याम सुंदर व्यास, अनसूया व्यास, भारतीय अटल सेना के प्रदेशाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मिश्रा व उन्नति समाजिक सेवा संस्था के राजेंद्र मीणा के आह्वान पर सभी सदस्यों ने कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के चलते परशुराम जन्मोत्सव को घर पर ही मनाने का निर्णय लिया। इसमें दो दिवसीय सेवा व पूजन कार्यक्रम आज से शुरू हुआ।
भगवान परशुराम द्वारा भी गौमाता के सेवा व रक्षार्थ अपना जीवन व्यतीत किया गया इसलिए प्रथम दिवस शनिवार को शारदा गौशाला चांदपोल चौका में पांच सौ किलो सूखा चारा गौग्रास के रूप में देकर गौसेवा की गई। शाम को सभी सदस्यों ने अपने घर पर 11 दीपक प्रज्ज्वलित कर भगवान परशुराम का पूजन कीर्तन किया। अगले दिन रविवार को 100 किलो लापसी गौमाता को खिलाकर गौसेवा कर भगवान परशुराम के जन्मोत्सव की बधाई भजन कीर्तन कर उत्सव मनाया जाएगा। साथ ही बढ़ती गर्मी के कारण पक्षियों के लिए दाना पानी के लिए घरो में परिंडे लगाने का निर्णय लिया गया।
मिष्टान के पैकेटों का वितरण : परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सारस्वत ब्राह्मण समाज द्वारा मिष्ठान के पैकेटों का वितरण किया गया। समाज के अध्यक्ष आरके ओझा, कोषाध्यक्ष प्रमोद लखनपाल ने बताया कि गत एक अप्रैल से प्रतिदिन लॉकडाउन से प्रभावित लोगों को समाज द्वारा खाने के पैकेट जरूरतमंदों को वितरित किए जा रहे हैं। शनिवार को परशुराम जन्मोत्सव पर समाज द्वारा देशी घी में लापसी बनाकर वितरित की गई। समाज के युवा प्रतिनिधि पवन जोशी तथा सचिन सारस्वत ने बताया कि 17 सेक्टर स्थित सारस्वत समाज भवन में बन रहे खाने के पैकेटो का वितरण नगर निगम तथा अन्य लोगों के द्वारा विभिन्न जगहों में किया जा रहा है।