वॉरियर्स को दी जा रही है इम्युनिटी बूस्टर
सेवा भारती संवाददाता
जोधपुर। कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य कार्मिक फ्रंट लाइन योद्धा बनकर डोर टू डोर जाकर स्क्रीनिंग, सर्वे व सैंपलिंग का कार्य कर रहे है। जाहिर सी बात है कि इन फ्रंट लाइन वॉरियर्स को संक्रमण का खतरा सदैव बना रहता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मण्डा ने बताया कि फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे स्वास्थ्य कार्मिकों को कोरोना से बचाव के लिए उन्हें आयुर्वेदिक काढ़ा व होम्योपैथिक दवाई दी जा रही है। डॉ. मण्डा ने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार आयुर्वेदिक विभाग द्वारा काढ़ा तैयार किया गया। सीएमएचओ कार्यालय में कार्यरत आयुष चिकित्सक डॉ. अभिषेक दाधीच ने बताया कि इस आयुर्वेद काढ़े में आयुष मंत्रालय की गाइड लाइन के तहत हल्दी, वासा, सोंठ, कालीमिर्च, पिप्पली, भारंगी, तुलसी, चिरायता गिलोय आदि का मिश्रण हैं। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि होती हैं तथा सामान्य सर्दी खासी, जुकाम में भी लाभदायक हैं। डॉ. दाधीच व डॉ. धीरज गोयल ने शहर के 25 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सिटी डिस्पेंसरी के लिए काढ़े तथा आर्सेनिक एल्बम 30 के 1900 किट तैयार करवाकर इनका वितरित किया जा रहा हैं। इन पीएचसी पर ड्यूटी कर रहे आयुष चिकित्सक वहां कार्यरत सभी स्वास्थ्य कार्मिको को ये किट देंगे और उसकी खुराक व प्रयोग के बारे में जानकारी देंगे। साथ सीएमएचओ कार्यालय अधीन कार्य करने रहे जिला स्तरीय अधिकारी, रेपिड रेस्पोंश टीम, कार्यालय स्टाफ आदि को नियमित रूप से यह काढ़ा पिलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आगामी सप्ताह से क्वारंटाइन सेन्टर पर रह रहे व्यक्तियों को प्रतिदिन आयुर्वेद विभाग की देख रेख में वात श्लेष्मिक काढ़ा पिलाया जाएगा, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि हो और जल्दी स्वस्थ होने में लाभदायक साबित होगा।