पावापुरी गौशाला मे 5 हजार पशुओ का लालन पालन कर रहा है संघवी परिवार

  •  20 वर्ष से संकल्पित है  गौशाला को चलाने को
     

सेवा भारती समाचार 

सिरोही। इस संकट मे पावापुरी गौशाला मे 5 हजार पशुओ का लालन पालन करना और उनके लिए सूखा चारा, हरा चारा, पोष्टिक आहार, पीने का पानी की व्यवस्था करना कितना कठिन काम है फिर भी के पी संघवी परिवार गौशाला मे किसी तरह की कटौती नही कर रहा हैं और डीसा से रोजाना हरा चारा मंगवा रहा है ताकि पशुओ का स्वास्थ्य ठीक रहे। इन 5 हजार मे दूध देने वाली गौमाता की संख्या मात्र 130 ही हैं।
गौशाला को चलाने के लिए रोजाना ढाई लाख का खर्चा आता है। फिर भी के पी संघवी परिवार पिछले 20 वर्षो से नियमित इस गोशाला को बखुबी व बिना कोई कटोति के चला रहा हैं। इस कार्य मे सरकार की ओर से 6 माह तक अनुदान मिलने से काफी राहत मिली हैं। एक उपक्रम की तरह इस गौशाला को संचालन मे संघवी परिवार की इच्छा शक्ति गजब की हैं और बाबुकाका ने जिस भावना से यह गौशाला खोली आज उनकी नई पीढी भी उसी भावना के तहत इसका सुंदर संचालन कर रही हैं इसलिए देश मे इस गौशाला का एक विशिष्ठ स्थान हैं। इतना होने के बावजूद भी इस प्राकृतिक आपदा मे लोगो की मदद में के पी संघवी परिवार इस बार भी पीछे नही रहा और के पी संघवी परिवार ने पी एम केसर्य मे एक करोड का योगदान कर ट्रस्ट व सिरोही जिले का गौरव बढाया। पी एम केयर्स मे एक करोड का योगदान करने वाला सिरोही जिले का यह एक मात्र ट्रस्ट है। जब भी राज्य या देश मे कोई भी आपदा आई हो के पी संघवी परिवार सदा स्वेच्छा से आगे आता रहा है और राहत मे भी वो गुणवता का पूरा ध्यान रखता हैं। जब राजस्थान मे अकाल पडा था तब इस परिवार ने चारा-पानी-अनाज की व्यापक व्यवस्था कर राहत पहुंचाई थी।   इस योगदान से पहले अपनी जन्मभूमि पर संघवी परिवार ने 7 लाख रूपये देकर 1 हजार राशन किट सिरोही जिले के लिए तैयार करवाना प्रारम्भ किया तब इस कार्य मे पावापुरी ट्रस्ट के समस्त ट्रस्टी व कल्याणमित्र भी आगे आये और इस काम मे जुडे और अब तक सबने मिलकर कुल 4171 राशन किट लिखवाए और ट्रस्ट के चेयरमेन किशोर भाई संघवी ने इच्छा व्यक्त की कि कोई व्यक्ति जिले मे भूखा नही रहे। इसलिए 35 लाख की लागत से कुल 5 हजार राशन किट वितरण का लक्ष्य रखा है इसमे से अब तक 4033 किट वितरित किये जा चुके है।  रोहिडा आदिवासी क्षेत्र मे भी भोजन पैकेट वितरण का काम चलाया जा रहा है उसमे भी अभी तक 1 लाख 31 हजार का योगदान दिया गया हैं।  जिला अस्पताल मे 5 लाख 51 हजार का एक वेंटिलेटर भी भेंट किया ट्रस्ट ने।  अपनी कर्मभूमि सूरत मे भी के पी संघवी परिवार ने अपनी हाई टेक रसोई घर मे रोजाना 10 हजार भोजन तैयार कर वहां लाकडाउन मे फंसे लोगो को वितरण करवा रहा है। आचार्य भगवंत अभयदेवसूरीजी, रत्नाकरसूरीजी एवं गुणरत्नसूरीजी ने के पी संघवी परिवार की उदारता की अनुमोदना करते हुए परमार्थ एंव जीवदया के इस कार्य मे लगातार आगे बढते रहने का शुभ आशीर्वाद दिया। 

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