राजस्थान के करीब 2400 प्रवासियों को महाराष्ट्र से लेकर जयपुर पहुंचीं दो रेल
- जिला प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन पर किए गए सोशल डिस्टेंसिंग, स्क्रीनिंग एवं रास्ते के लिए भोजन वितरण के समुचित इंतजाम
- डिब्बे से उतरते ही टोकन मिला, यात्री लाइन में अनुशासित तरीके से बसों तक पहुंचे
- सिंधी कैम्प पर पुनः जांच कर गंतव्य तक पहुंच सुनिश्चित की गई
सेवा भारती समाचार
जयपुर। लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में फंसे करीब 2400 प्रवासी राजस्थानियों को लेकर दो टे्रनें मंगलवार को जयपुर रेलवे जंक्शन पहुंचीं। पहली टे्रन सुबह करीब 8ः30 बजे और दूसरी दोपहर 12ः45 बजे यहां पहुंची। यात्रियों के यहां पहुुंचने से पहले ही जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों को टे्रनों से उतरने के बाद समुचित स्क्रीनिंग, भोजन प्रदान कर गंतव्य के लिए आरएसआरटीसी की बसों में बिठाने की पूरी व्यवस्था कर ली थी।
जिला कलक्टर डॉ.जोगाराम ने बताया कि एक दिन पहले ही सूचना मिली थी कि दो टे्रनें प्रदेश के करीब 2400 यात्रियों को लेकर यहां पहुुंच रही हैं। रेलवे अधिकारियों से समन्वय कर जिला प्रशासन द्वारा इन यात्रियों को सोषल डिस्टेंसिंग एवं सभी मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इनके गंतव्य के लिए रेलवे स्टेशन से ही बसों में बिठाने की व्यवस्था कर ली गई थी। पूरे स्टेशन के प्लेटफार्म पर यात्रियों के उतरने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के लिए चार लाइनें बनाई गईं। उतरते ही उनको दिए गए टोकन के अनुसार सम्बन्धित लाइन पर पहुंचाया गया। यहां उनकी आधा दर्जन टीमों द्वारा स्क्रीनिंग की गई एवं उनको फूड पैकेट्स प्रदान किए गए।
जिला कलक्टर ने बताया कि स्टेशन पर पूरी व्यवस्था को सुनिश्चित करने में जिला प्रशासन, पुलिस, रेलवे, नगर निगम, मेडिकल, रोडवेज समेत कई विभागों के अधिकारी कर्मचारी लगे हुए थे और यात्रियों का भी पूरा सहयोग रहा जिससे सभी यात्री समुचित स्क्रीनिंग के बाद बसों में अपने गंतव्यों पर रवाना हो गए। यहां से सभी बसें सिन्धी कैम्प स्थित रोडवेज मुख्यालय पहुंची जहां जिला प्रशासन एवं रोडवेज के अधिकारियेां ने सभी बसों में मौजूद यात्रियों की सूची का मिलान कर गंतव्य तक उनके पहुंचने के इंतजामों को सुनिश्चित किया एवं बसों को सम्बन्धित जिलों को रवाना किया। डॉ.जोगाराम ने बताया कि सुबह 8ः30 बजे पहुंची पहली टे्रन में 1207 यात्री थे, जो अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बाडमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झुुंझुनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सीकर, सिरोही, उदयपुर जिलों के थे। इनमें जयपुर के 13 यात्री भी शामिल थे। इसी प्रकार दूसी टे्रन 1194 लोगों को लेकर जिसमें बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झुंझुनू, जोधपुर, करौली, कोटा, नागौर, पाली, रासमन्द, सीकर, सिरोही, उदयपुर के यात्री सवार थे। इस टे्रन में जयपुर के 278 यात्री सवार थे।
वीडियो कांफे्रंसिंग कर क्वारेंटाइन किए जाने बाबत दिए निर्देश : जिला कलक्टर ने बताया कि दोनों ट्रेनों में पहुंचे जयपुर जिले के 291 लोगों को आवश्यकतानुसार होम या संस्थागत क्वारेंटाइन किए जाने के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारियाें एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में दो दिन पहले ही विस्तृत निर्देश जारी किए जा चुके हैं। अन्य जिलों के यात्रियों के बारे में भी सम्बन्धित जिलों के कलक्टर्स को जानकारी दे दी गई है।
यात्रियों ने किया तालियां बजाकर घर लौटने की खुशी का इजहार : लॉकडाउन के कारण लम्बे समय तक फंसे रहने के बाद अपने घर लौटने की खुशी यात्रियों की आंखों में नजर आ रही थी। कई यात्रियों ने इस खुशी को तालियां बजाकर अभिव्यक्त किया। यात्रियों में छोटे बच्चों से लेकर कई बुजुर्ग भी शामिल थे। बसों में बैठते हुए भी कई यात्री विक्ट्री साइन बना रहे थे।