आग से जिंदा निकाल बहादूर कांस्टेबलों ने पति की बचाई जान
क्राइम रिपोर्टर एस.कुमार
जोधपुर। शहर के देवनगर इलाके में छह सेक्टर में आज सुबह पति पत्नी में विवाद हुआ। झगड़ा बढऩे पर पत्नी बाहर आ गई। अंदर घर में पति मौजदू रहा। अचानक गैस सिलेंडर फटा और भीषण आग लग गई। तुरंत बाहर खड़ी पत्नी ने पुलिस तक सूचना पहुंचाई। पुलिस के दो कांस्टेबलों ने बहादूरी दिखाते हुए पति जिंदा बाहर निकाला और सरकारी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। कुछ हद से आग से झुलसे इस व्यक्ति का अब अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना से शहर भर में सनसनी फेल गई। मगर पुलिस की बहादूरी से एक व्यक्ति की जान बच गई।
देवनगर थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि दरअसल सेक्टर 6 क 21 में रहने वाला 35 साल का संदीप छुूटकर मजदूरी करता है। एक बेटा है और पत्नी दिव्या एक अस्पताल में एमआर है। आज सुबह सवा नौ बजे पति पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। तब झगड़ा ज्यादा बढऩे पर पत्नी दिव्या बच्चे को लेकर घर से बाहर आ गई। इस बीच घर में रखी गैस की टंकी में अचानक से ब्लास्ट हो गया और भीषण आग लग गई। घर के बाहर खड़ी दिव्या ने तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष को घर में आग लगने और पति के अंदर होने की जानकारी दी।
तब थानाधिकारी गश्त करते हुए हैड कांस्टेबल अनिल कुमार एवं सिगमा बाइक पर गश्त करते कांस्टेबल बद्री आदि वहां पहुंच गए। घर में भीषण आग लगी हुई थी। जैसे तैसे हैड कांस्टेबल अनिल कुमार और ब्रदी ने बहादूरी दिखाते हुए घर में प्रवेश कर गए। फिर कमरे में बेहोश पड़े संदीप का उठाकर बाहर लाए। तब पुलिस ने जीप से उसे तत्काल एमजीएच भेजा।
थानाधिकारी ने बताया कि घर में गैस की दो टंकियां रखी हुई थी। धमाकें की आवाज पर आस पास के लोग भी काफी जमा हो गए थे। तब पुलिस ने उन्हें समझाकर रवाना कर दिया। बहादूर हैड कांस्टेबल अनिल कु मार एवं सिगमा गाड़ी के चालक कांस्टेबल बद्री की इस बहादूरी पर पुििलस प्रशासन ने आज गर्व महसूस किया।
संदीप कुछ हद तक झुलसा है और उसका महात्मा गांधी अस्पताल के बर्न यूनिट में उपचार चल रहा है। पति पत्नी के बीच झगड़े की वजह फिलहाल पुलिस नहीं बता पाई है।