मूवमेंट किया तो खैर नहीं, क्वारेंटाइन लोगों पर है प्रशासन की पैनी नजर
- सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कोरोना महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए जोधपुर जिले में युद्धस्तर पर कार्यवाही जारी है। इस महामारी की चपेट में आये व्यक्तियों को 14 दिनों तक क्वारैंटाइन किया जाता है तथा सक्रमित व्यक्ति के बाहर घूमने फिरने पर निगरानी रखने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी ओर संचार विभाग, जयपुर द्वारा राज-कोविड इंफो मोबाइल एप बनाया गया।अतिरिक्त निदेशक एसएल भाटी ने बताया कि राज्य में क्वारैंटाइन (होम/संस्थान) किए गए व्यक्तियों के मोबाइल नम्बर को क्वारैंटाइन सेन्टर के साथ मेप किया गया तथा प्रत्येक क्वारैंटाइन व्यक्ति के मोबाइल में उक्त एप डाउनलोड करवाए गए है। अगर वह 150 मीटर के दायरे से अधिक कहीं बाहर आता-जाता है तो इसकी सम्पूर्ण जानकारी एप में सुरक्षित होती रहती है। उक्त एप के द्वारा जीपीएस तकनीक उपयोग कर जियोंफेंसिंग के माध्यम से टे्रकिंग की जाती है। क्वारैंटाइन व्यक्तियों के फोन की जीपीएस का उपयोग में लेते हुए निगरानी, क्वारैंटाइन सीमा (150 मी) का उल्लंघन पर अलर्ट देना, लक्षणों के आधार पर, स्वंय व परिवार के सदस्यों की स्वास्थ्य स्थिति उपलब्ध कराना, क्वारैंटाइन किये लोगों को अपनी फोटो अपलोड करने कि सुविधा, रेपीड टेस्टिंंग की जाती है।उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार रोजाना इन व्यक्तियों के मूवमेंट की सूचना संबंधित प्रभारी अधिकारी अथवा उपखण्ड अधिकारियों द्वारा सत्यापित की जाती है। अगर क्वारैंटाइन व्यक्ति द्वारा क्वारैंटाइन सेन्टर को छोडक़र बाहर जाना पाया जाता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही के प्रावधान है। जिले में अधिकारियों द्वारा शहरों एवं गांवों में क्वारैंटाइन किए गए लोगों का निरन्तर निरीक्षण किया जा रहा है और हिदायत दी जा रही है कि वे अपनी क्वारैंटाइन जगह छोडक़र कहीं बाहर मूवमेंट नहीं करें। उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर ने सख्त निर्देश दिए है कि जो लोग होम क्वारैंटाइन में हैं यदि उनके द्वारा होम क्वारैंटाइन के निर्देशों की पालना नहीं की जाती है तो उन्हें घरों से हटा कर संस्थागत क्वारैंटाइन सेन्टर भिजवाया जाये साथ ही संबंधित उपखण्ड अधिकारी द्वारा उनकेे विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाये। उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों की मूवमेंट हिस्ट्री भी तैयार की जाए।