10 मेडिकल मोबाइल वैन जिले में आमजन के लिए वरदान
सेवा भारती समाचार
पाली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर 22 अप्रेल से लॉकडाउन और कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए चलाई जा रही 10 मेडिकल मोबाइल वैन जिले में आमजन के लिए वरदान साबित हो रही हैं। लॉकडाउन के दौर में सरकार के संज्ञान में आया कि कोविड-19 के चलते सामान्य बीमारी मसलन खांसी, जुकाम, बुखार व डायबिटीज, हाइपरटेंशन के मरीज चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में परेशान हो रहे हैं। सरकार ने ऐसे क्षेत्रों में राहत देने के लिए तुरंत एक्शन लेते हुए यह नवाचार किया है। ये मेडिकल मोबाइल यूनिट वैन सभी उपखंड मुख्यालयों के साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुबह 8 बजे से 2 बजे तक चिकित्सा उपचार सेवाएं उपलब्ध करा रही हैं। पूरे पाली जिले में अब तक हजारों लोग इन वाहनों के जरिए चिकित्सा सुविधाएं ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन मोबाइल वाहनों में लाउडस्पीकर की व्यवस्था भी की गई है ताकि घरों में रह रहे लोगों को इसकी सूचना आसानी से मिल सके। वैन में नियुक्त चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोगों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। इस दौरान सभी व्यवस्थाओं की बेहतर मॉनिटरिंग, स्टाफ के कार्यों की रिपोर्ट प्रतिदिन निदेशालय, जयपुर जाती है। इसमें अधिक सुधार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी व उनकी टीम हमेशा तत्पर रहती है। देसूरी तहसील के किशनचंद कहते हैं कि लॉकडाउन में जब कहीं आना-जाना संभव नहीं है, ऐसे में ये चलते-फिरते अस्पताल हमारे लिए संजीवनी साबित हो रहे हैं। छोटी-मोटी बीमारियों जैसे खांसी-जुकाम होने पर हमें परेशान नहीं होना पड़ रहा है। सभी दवाएं भी निशुल्क मिल रही हैं और गर्भवतियों के टीके भी लगाए जा रहे हैं। बर के रामनिवास कहते हैं कि मेडिकल मोबाइल वैन के आने से बीपी, शुगर की जांच घर के पास ही आसान हो गई। सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से हमें अस्पताल भी नहीं जाना पड़ रहा है और हमें समय पर दवा भी मिल रही हैं। इन बीमारियों की होती हैं जांचें इन सभी मेडिकल मोबाइल वैन में हीमोग्लोबिन जांच, वनज जांच, प्रेग्नेंसी टेस्ट, मलेरिया जांच, ब्लड शुगर की जांच की जा रही हैं। हाइपरटेंशन, किडनी, डायबिटीज, खांसी-जुकाम-बुखार आदि के मरीजों को उनके निवास के नजदीक चिकित्सा सुविधा व दवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है। इस दौरान निशुल्क जांच एवं निशुल्क दवा वितरण सेवाओं से मरीजों को लाभान्वित किया जा रहा है।