नियमितीकरण और मानदेय वृद्धि की मांग, ज्ञापन सौंपा
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत आयुष चिकित्सकों ने सीएमएचओ अरैी एडीएम मदनलाल गर्ग के माध्यम से जिला कलक्टर के नाम का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम कर रहे आयुष चिकित्सकों ने नियमितीकरण और मानदेय वृद्धि की मांग की है। अपनी मांगों के समर्थन में संविदा चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि यह सभी आयुष चिकित्सक कौराना सर्विलांस सैंपल कलेक्शन, क्वारैंटाइन सेंटर, मोबाइल ओपीडी वेन और रैपिड टेस्ट टीम में पिछले डेढ़ महीने से बिना अवकाश लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। आयुष चिकित्सक संघर्ष समिति के जोधपुर जिलाध्यक्ष लुंबाराम सोलंकी ने बताया कि आगामी 7 दिन तक प्रदेश भर में ड्यूटी करते रहेंगे यदि इसके बाद भी सरकार हमारी मांग की तरफ ध्यान नहीं देती है तो सभी दो हजार चिकित्सक सामूहिक त्यागपत्र सौंप देंगे। उन्होंने बताया कि राज्य भर से लगभग 1500 चिकित्सकों ने इस्तीफे हेतु सहमति पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। राजस्थान के इतिहास में यह पहला अवसर है जब इतनी बड़ी संख्या में आयुष चिकित्सक इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो रहे हैं। वैश्विक महामारी के इस दौर में सरकार को स्वेदन शीलता दिखाते हुए वर्षों से शोषण का शिकार हो रहे चिकित्सकों की पीड़ा पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। आयुर्वेदिक विभाग, होम्योपैथिक विभाग और यूनानी विभाग के 6000 चिकित्सकों ने भी सुविधा चिकित्सकों की मांगों का समर्थन किया है। आयुर्वेद विभाग संगठनों ने इस हेतु मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शीघ्र सविंदा आयुष चिकित्सकों की समस्या के समाधान की अपील की है।