आर्थिक पैकेज से बाजार में आएगी पैसे की तरलता

सेवा भारती समाचार 

जोधपुर। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा एमएसएमई सेक्टर को दिए गए आर्थिक राहत पैकेज पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) एवं मारवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वित्त मंत्री ने बाजार को पैसे की तरलता से भर देने का आश्वासन ही नहीं दिया बल्कि एमएसएमई सेक्टर के लिए मजबूत योजनाएं घोषित की है। कैट और चैम्बर ने बताया कि देश की बिगड़ती हुई अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस के लॉकडाउन के कारण कोमा में जाने से पहले ही आर्थिक पैकेज का स्ट्राइड इंजेक्शन सरकार ने लगा दिया है। आज की घोषणाओं से मृत्यु शैया पर जाने से पहले ही अर्थव्यवस्था खड़ी हो जाएगी और अर्थव्यवस्था पटरी पर आकर तेजी से दौडऩे लगेगी।कैट के राष्ट्रीय गवर्निंग कौंसिल सदस्य एवं चैम्बर अध्यक्ष प्रसन्न मेहता ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं से यह निश्चित लगता है की इसी तजऱ् पर वित्त मंत्री इस श्रंृखला में अब रिटेल व्यापार के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करेंगी। देश में 7 करोड़ व्यापारी हैं जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और वर्तमान लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और इसलिए अब वित्त मंत्री की ओर देख रहे हैं।मेहता ने कहा कि जिस तरीके से अर्थव्यवस्था के सभी स्तंभों को प्रोत्साहित किया है और वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है इससे बाजारों में पैसे की तरलता बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को 45 दिन के अंदर सारे बिलों का भुगतान करवाना, बैंकों द्वारा अतिरिक्त कर्ज बगैर कॉलेटरल सिक्योरिटी के उपलब्ध कराना तथा ई टेंडरिंग 200 करोड़ रुपए तक की स्थानीय लोगों को मिले उसके प्रावधान करना, ई मार्केट के माध्यम से विदेशों में एग्जीबिशन प्रदर्शनी में हिस्सा करना, यह स्पष्ट रूप से बताता है की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल अपने सम्बोधन में जो कहा था उसी के अनुरूप सारे निर्णय हो रहे हैं। बाजार में अलग अलग नाम से पैसों की तरलता लाने की जो बात कही है, यह भी अपने आप में एक क्रांतिकारी कदम है। मेहता ने कहा कि व्यापारियों को उम्मीद थी कि जीएसटी की कोई अभय योजना सरकार घोषित करेगी। एक जुलाई 2017 से जो भी गलतियां या भुगतान की कमी जीएसटी में की गई है, उसका कोई समाधान कारक योजना घोषित होगी। ऐसी कोई योजना घोषित नहीं होने से व्यापारियों में मासूमियत महसूस की गई। कैट को उम्मीद है कि वित्त मंत्री द्वारा की जाने वाली आगामी घोषणाओं में यह अवश्य शामिल होंगे।

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