सूर्यनगरी के बाशिन्दों ने फिर पेश की मानवता की मिसाल
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कोरोना महामारी संक्रमण काल में केन्द्र व राज्य सरकारे सभी प्रवासी व अप्रवासियों को अपने घर भेजने के लिए रेल व रोडवेज बस की सुविधा उपलब्ध करा रही है लेकिन कुछ शहर ऐसे भी है, जहां कोई बस या रेल की सुविधा हाल-फिलहाल शुरू नहीं हो पाई है। इसके बावजूद यहां रह रहे लोगों को भी घर जाना है। जोधपुर में भी कुछ ऐसे लोग फंसे थे जिनको मध्यप्रदेश के रतलाम व मंदसौर जाना था लेकिन कोई साधन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। मामले की जानकारी मिलने पर एयू स्माल फाइनेंस बैंक प्रबंधन ने जिला प्रशासन के सहयोग से 6 लोगों को आज मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया। लॉक के चलते दूसरे शहर के अनेक नागरिक जोधपुर में फंसे हुए है। जाने की व्यवस्था नहीं होने के कारण कुछ अपने रिश्तेदारों तो कुछ सरकारी सहायता के भेरोसे दिन काट रहे है। ऐसे ही 6 लोगों में से तीन को रतलाम व 3 को मंदसौर जाना था। हाल ही में एक परिवार की महिला के डिलीवरी के बाद उसके बच्चे की डेथ हो गई जिससे पूरा परिवार सदमें में था और अपने परिवार और समाज के बीच जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिल पा रहा था। मामले की जानकारी मिलने पर एयू बैंक के वीपी भवानी सिंह शेखावत ने अपने एमडी संजय अग्रवाल को मामले की जानकारी दी तथा उनके निर्देश पर निजी वाहन की व्यवस्था की तथा एडीएम प्रथम एमएल नेहरा ने कपिल श्रोत्रिय से पूरे मामले में समन्वय करने का कहा जिस पर क्षोत्रिय ने शेखावत से कॉर्डिनेट किया। इस पर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के एमडी संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार यहां पर कार्यरत भवानी सिंह शेखावत द्वारा निजी वाहन की व्यवस्था कर जिला कलेक्टर कार्यालय से सभी 6 लोगों को अपने-अपने शहरों के लिए रवाना किया। रवाना होते समय यात्रियों के चेहरों पर घर जाने की खुशी दिखी। उन्होंने एक पराए शहर में सहयोग के लिए सभी भामाशाहोंं का भी दिल से आभार जताया।