सूझबूझ और सतर्कता से किया कोरोना का सामना
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। कोरोना की जंग जीतने के लिए सबसे अहम कदम है, उसका संक्रमण रोकना। जोधपुर जिला प्रशासन ने इस दिशा में सूझबूझ और सतर्कता दिखाते हुए ऐसे निर्णय लिए, जिससे संक्रमण का फैलाव कम से कम हो। ऐसा ही सूझबूझ भरा महत्वपूर्ण निर्णय था, आवष्यक वस्तुओं और सेवाओं की ज्यादा से ज्यादा लोगों तक होम डिलीवरी। जिला प्रशासन ने आमजन को भोजन, दवा, डेयरी उत्पाद, सब्जी-फल सहित अन्य खाद्य सामग्री और अत्यावष्यक वस्तुएं घर-घर पहुंचाई। इससे संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिली। नगर निगम सहित विभिन्न विभागों और संस्थाओं ने इस काम को बखूबी अंजाम दिया। इसी का परिणाम रहा कि जोधपुर में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रित हो सकी। संक्रमण को रोकने के लिए किए गए ये प्रयास किस तरह धरातल पर उतरे वह नीचे दिए तथ्यों से स्पष्ट हैं। मुख्यमंत्री के संकल्प ‘कोई भी भूखा न सोए‘ को जोधपुर जिला प्रशासन ने पूरी तरह मूर्त रूप दिया। जोधपुर नगर निगम ने तीनों विधानसभा क्षेत्र जोधपुर शहर, सरदारपुरा, सूरसागर एवं शहर की परिधि में स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में 30 टीमों के माध्यम से असहाय, निराश्रित, जरूरतमंद एवं कच्ची बस्ती में रहने वाले लोगों और प्रवासी श्रमिकों को 25 मार्च से अब तक 17 लाख से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए। इनमें से करीब 5 लाख 20 हजार भोजन के पैकेट कफ्र्यू क्षेत्रों में किया गया। साथ ही करीब 22 हजार पैकेट रेल से आने एवं जाने वाले प्रवासी यात्रियों को वितरित किए गए। साथ ही नगर निगम की 15 टीमों ने 12 हजार 300 परिवारों को घर-घर सूखी खाद्य सामग्री (किट) उपलब्ध करवाये गये।निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला ने बताया कि संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए निगम ने जरूरतमंदों को फूड पैकेट्स, सूखा राशन किट एवं अन्य राहत सामग्री की होम डिलीवरी के साथ ही अन्य कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से संचालित किया। कोविड-19 के चलते लोगों को अस्पताल जाने को लेकर डर पैदा हो गया था, लेकिन इस विकट घड़ी में जिला प्रशासन ने चिकित्सा सुविधाएं घर तक मुहैया कराने का कदम उठाया। मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि मोबाइल फार्मेसी तथा ऑन कॉल 4 हजार 276 रोगियों को चिकित्सा परामर्श दिया गया। साथ ही 1 हजार 780 परिवारों को घर बैठे दवाइयां पहुंचाई गई। गैर कोविड रोगियों को उपचार के लिए परेशान नहीं होना पड़े। उन्हें अपने घर के नजदीक ही इलाज और दवाइयां मिल सके, इसके लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर मोबाइल ओपीडी वैन चलाई गई। जोधपुर में मोबाइल ओपीडी वैन से लोगों को बहुत राहत मिली। करीब 21 हजार रोगी इसके माध्यम से उपचार प्राप्त कर चुके हैं। साथ ही इन्हें नि:शुल्क दवा का वितरण भी किया गया। लॉकडाउन के दौरान लोगों को सब्जियों और फलों की पर्याप्त आपूर्ति होती रहे और संक्रमण का खतरा भी कम से कम हो, इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने 437 लोडिंग टैक्सी और 500 ठेला धारकों को चिन्हित कर घरों तक सब्जी और फलों की आपूर्ति सुनिष्चित की। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और हैल्थ प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा गया। लॉकडाउन में जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार ने घर-घर आवष्यक सामग्री की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सहकारी भण्डार की ओर से अब तक करीब 4 लाख 23 हजार परिवारों को करीब 10 करोड़ रूपए के सामान का वाजिब दामों पर विक्रय किया है। जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार के महाप्रबंधक ने बताया कि जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देशानुसार 26 मार्च से औसतन 65 गाडियों ने डोर-टू-डोर किराना सामान उचित मूल्य पर विक्रय किया। उन्होंने बताया कि भंडार द्वारा मोबाइल वाहन कार्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें पीपीई किट, हैंड ग्लव्स, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए। कोरोना संक्रमण के दौरान सरस डेयरी के माध्यम से जिला प्रशासन ने कुल 40 वैनों की सहायता से लगभग 20 लाख लीटर दूध वितरित करवाया। संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने हाई रिस्क, आईएलआई, गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों का दो-दो बार डोर टू डोर सर्वे करवाया। इसमें करीब 3 लाख 65 हजार हाई रिस्क लोगों का चिन्हीकरण किया गया है, जिनके स्वास्थ्य की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अब तक लिए 49 हजार 242 सैम्पल में से 42 हजार 784 सैम्पल डोर टू डोर सर्वे के तहत लिए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मंडा ने बताया कि गत 20 दिनों में प्रवासियों के 4 हजार 122 सैम्पल लिए गए है। इसी तरह संक्रमण रोकने के लिए जोधपुर नगर निगम लगातार सैनिटाइजिंग एवं स्वच्छता गतिविधियों को बेहतरीन तरीके से अंजाम दे रहा है। निगम आयुक्त सुरेश ओला ने बताया कि 10 अग्निशमन वाहन एवं 70 पोर्टेबल स्प्रै मशीन के माध्यम से शहर के प्रमुख मार्गों, अस्पताल, संक्रमित मरीजों से प्रभावित घरों, शमशान, कब्रिस्तान, सामुदायिक भवन आदि जगहों को सैनिटाइज किया जा रहा है। दो माह में लगभग 13 हजार 500 लीटर सोडियम हॅाइपोक्लोराईट का छिडक़ाव किया गया है। जोधपुर शहर कोविड केयर सेन्टर यथा आंगणवा, कुडी, जीत कॅालेज आदि एवं कोविड अस्पताल झंवर रोड की साफ सफाई, हाउस कीपिंग एवं विसक्रमण के कार्य के लिए नगर निगम ने 50 सफाई कर्मचारी मय निरीक्षक नियोजित किए हैं। संक्रमण का फैलाव रोकने में होम आइसोलेश और क्वारेंटीन व्यवस्था पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है। अब तक 6 हजार 542 घरों को होम आईसोलेशन और क्वारेंटीन किया गया है।