पान, गुटखा, तंबाकू पर रोक लगाने की मांग

सेवा भारती समाचार 

जोधपुर। कांग्रेसी नेता डॉ. राजेश मेहता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को पत्र लिखकर पान, गुटखा, तंबाकू व इससे संबंधित सभी उत्पाद को राज्य में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कि ऐसे उत्पादों का सेवन कराने वाले व्यक्ति के मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है इस वजह से अंदेशा है कि राज्य सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जो पाबंदी लगाई है उसकी धज्जियां उडऩा तयसुदा लगता है। जिस तरह से प्रदेश में कोरोना महामारी का ग्राफ बढता जा रहा है ऐसे समय में पान, गुटखा, तंबाकू के उत्पाद बेचे जाने पर कोरोना के मामले में भारी मात्रा में इजाफा होगा इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं। डॉ. राजेश मेहता ने भेजे गये पत्र में लिखा राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर प्रतिबंध लगाया गया है ताकि कोरोना का संक्रमण न फैले। खास तौर पर चबाने वाले तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध जरूरी है क्योंकि जो लोग चबाने वाले तंबाकू उत्पादों का उपयोग करते है तब इसके सेवन से मुंह में लार बनती है जो कि कोरोना संक्रमण फैलाने में मुख्य भूमिका निभाती है। यह लार 24 से 72 घंटे तक संक्रमण फैला सकती है जो कि कोरोना फैलाने में खतरनाक साबित होती है। इसलिए ऐसे उत्पादों की बिक्री पूर्णरूप से प्रंतिबंधित होनी चाहिए। डॉ. मेहता के पत्र में इस बात का भी उल्लेख था कि राज्य में प्रतिवर्ष करीब 65 हजार लोगों की मौत ऐसे उत्पाद सेवन से हो रही है वहीं इससे होने वाली बीमारियों पर तंबाकू व अन्य उत्पादों से होने वाली राजस्व आय से तीन गुणा अधिक खर्च होता है।
डॉ. मेहता ने लिखा कि सरकार सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर 200 रूपये का जुर्माना लगाकर इतिश्री नहीं कर सकती क्योंकि आमजन की हिफाजत करना सरकार का नौतिक दायित्व भी है। डॉ. मेहता ने सरकार से मांग की है कि इस प्रकार के उत्पादों का उत्पादन, भंडारण और उत्पादों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाय ताकि आमजन को इसकी बीमारी और बेवजह से होने वाली मौतों पर रोक लगाई जा सके।

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