नेगेटिव को पॉजिटिव बताकर किया सुपुर्द ए खाक
- कुरैशी समाज ने विरोध जताते हुए जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। नेगेटिव कोरोना संदिग्ध को प्रशासनिक लापरवाही के कारण पॉजिटिव मानते हुए सुपुर्द ए ख़ाक कर दिया गया। विरोध में कुरैशी समाज ने आज जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर रोष व्यक्त किया।
जोधपुर जमिअतुल क़ुरैश के महासचिव ख़ालिद कुरैशी ने बताया कि प्रतापनगर निवासी मोहम्मद रफीक भाटी को 28 मई को तबीयत खराब होने पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल ले गए व कोरोना जांच की गई। अगले दिन 29 मई की रात को हॉस्पिटल से फोन आया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव हैं। उनको लेने आ रहे है लेकिन लापरवाही की हद तो तब हो गयी जब पूरी रात हॉस्पिटल से कोई भी नहीं आया। सुबह मारे दहशत के मरीज की तबीयत बिगड़ गई और घर वाले मरीज को हॉस्पिटल लेकर गए। सुबह 30 मई को हॉस्पिटल ले जाते वक्त रास्ते में ही मोहम्मद रफीक भाटी की मौत हो गयी। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद शव को मॉर्चरी में रखकर दुबारा जांच का बोला गया। उसी दिन दोपहर में 1.30 बजे फोन आया कि 4 आदमी कब्रिस्तान पंहुच जाए हम शव को वहीं लेकर आ रहे है। इस तरह से हॉस्पिटल प्रशासन ने अपने स्तर पर ही शव को दफना दिया।
अब 31 मई को मैसेज आया कि मृतक की रिपोर्ट नेगेटिव है। बगैर रिपोर्ट आए ही शव को बगैर रीति रिवाजों के ही दफना दिया गया। इस लापरवाही के कारण पूरे कुरैशी समाज में रोष व्याप्त है। इसके चलते जोधपुर जमिअतुल कुरैश के सदर निसार गेंद, खलील भाटी,खालिद कुरैशी, निसार अहमद आदि लोगों ने जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन देकर विरोध दर्ज करवाया। साथ ही हॉस्पिटल और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष कानूनी कार्यवाही और मृतक मोहम्मद रफीक भाटी को कोरोना सूची से बाहर करने की मांग की।