चीन ने किया एकता-अखंडता के साथ खिलवाड़: कमल मुनि
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। शहीदों का लक्ष्य सिर्फ देश को आजाद कराना नहीं था बल्कि विश्व में ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचाने का था। इसके लिए कितनी माताओं की गोद सुनी हुई, कई बहनों का सिंदूर बलिदान हुआ। उक्त विचार संत कमलमुनि कमलेश ने चीन द्वारा शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा को संबोधित करते की।
उन्होंने कहा कि चीन द्वारा कायराना हमला करके जिस प्रकार हमारे जवानों को दर्दनाक तरीके से जान ली वह अक्षम्य अपराध है। यह हमला उन जवानों पर ना होकर देश की सवा सौ करोड़ जनता पर है। उसने यहां की एकता अखंडता के साथ खिलवाड़ किया। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। राष्ट्र संत ने स्पष्ट कहा कि एक-एक इंच जमीन जब तक हमारी सुरक्षित ना हो तब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के जवानों को पूरी सुविधा और छूट प्रदान करें मुनि कमलेश ने जांबाज जवानों पर प्रश्न खड़े करने वाले को कड़ी फटकार लगाते कहा कि यह समय विवाद में उलझने का नहीं है। देश की एकता के लिए सरकार के साथ चट्टान के भांति खड़ी होने का समय है।
जैन संत ने कहा कि नेपाल, चीन और पाकिस्तान यदि हमारी अहिंसा को कमजोरी मानते हैं तो उनके भयंकर भूल है भगवान महावीर ने तो रक्षा के लिए किया गया युद्ध भी धर्म युद्ध के नाम से पुकारा है वह भी अहिंसा है। महासती मनोहर कंवर ,तपस्विनी महासती जयमाला सभी से महामंदिर जैन स्थानक में मधुर मिलन हुआ। घनश्याम मुनि अरिहंत मुनि ने विचार व्यक्त किए। कौशल मुनि अक्षत मुनि ने भजन प्रस्तुत किया।