संभागीय आयुक्त ने ली विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक
- राज्य सरकार की सभी फ्लैगशिप योजनाओं को गति देने के निर्देश दिए
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद जोधपुर संभाग में विकास कार्यो व राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की सफल क्रियान्विति में किसी तरह की कमी नहीं रहे। संभाग के सभी जिलो में विकास से जुड़े समस्त कार्यो को गति दी जाए। उन्होंने कहा कि आमजन को लाभ दिलाने के लिए धरातल पर काम होना बेहद जरूरी है। डॉ शर्मा संभागीय आयुक्त कक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समग्र विकास के विजन के अनुरूप संभाग में विकास योजनाओं को आगे बढ़ाना हम सबका दायित्व है इसमें किसी तरह की कोतही न हो। साथ ही कोविड-19 की संक्रमण की इस घड़ी में लोगो के सुरक्षित जीवन यापन के साथ उनके लिए आजीविका के अवसर भी उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है जिसे हमें अवसर के रूप में बदलना होगा। डॉ शर्मा ने कहा कि कोविड-19 महामारी हम सबके लिए चुनौती बनी हुई है। आने वाले समय में इसका संक्रमण और अधिक विकट रूप ले सकता है ऐसे में पूरे संभाग में आईसीयू बैड्स, वेंटिलेटर्स एवं दवा व अन्य उपकरणों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करे। साथ ही नियमित स्क्रीनिंग, जागरूकता अभियान को प्रभावी रूप से जारी रखे। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के रोगियों के साथ ही नॉन कोविड रोगी को भी समुचित उपचार मिल सके। इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। निजी अस्पतालों को भी सभी रोगियों को उपचार उपलब्ध करने के लिए पाबन्द किया जाए। उन्होंने कहा कि नॉन कोविड रोगियों को घर बैठे ईलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके इसके लिए राज्य स्तर पर विकसित ई संजीवनी पोर्टल की तरह संभाग के हर जिले के लिए नया पोर्टल विकसित किए जाए जिसके माध्यम से स्थानीय चिकित्सक लोगों को परामर्श उपलब्ध करा सके। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना राज्य सरकार की महत्वाकांशी योजना है इसके क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही न हों लोगो को दवा केन्द्रों पर निर्धारित सभी दवाएं आवश्यक रूप से उपलब्ध हो संभागीय आयुक्त ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि संभाग में बड़े शहरों के साथ ही गांव ढाणी तक बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि विद्युत छीजत रोकना भी हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए अधिकारी प्रभावी मॉनीरटरिंग करें और बिजली चोरी की घटनाओं में पारदर्शिता के साथ कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से विद्युत कनेक्शन व अवैध ट्रांसफार्मर्स के मामलों में सख्त कार्यवाही अमल में लाए। उन्होंने कहा कि जोधपुर संभाग में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं मौजूद है इस दिशा में भी अधिकारी सकारात्मक दृष्टिकोण के रूप में आगे बढे। संभागीय आयुक्त ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाए। गांव-ढाणी में अंतिम छोर तक पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए कहा कि जोधपुर शहर में प्रतिदिन जलापूर्ति पर भी विचार किया जाए। इसके लिए स्टोरेज क्षमता को बढाने के प्रयास किया जाए। साथ ही संभाग के सभी जिलो में विद्युत छीजत रोकने के लिए अवैध कनेक्शनों पर अंकुश लगाया जाए साथ ही जर्जर लाईनों को बदलने के लिए तकमीना तैयार करें। डॉ शर्मा ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जोधपुर राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। ऐसे में यहां का बस स्टेण्ड आधुनिक सुविधाओं से युक्त व साफ सुथरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बसो की भी नियमित साफ सफाई व सैनिटाइजेशन सुनिश्चित करे। बस स्टैण्ड पर पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान लगाए जाएं व कही भी गन्दगी नजर आने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बसों के चालक व कडक्टर हमेशा गणवेश मे रहें।संभागीय आयुक्त ने कहा कि हर गरीब व जरूरतमंद को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगो आदि की पेंशन योजनाओं के तहत पेंशन का भुगतान समय पर किया जाए। उन्होंने विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं की संभाग स्तरीय समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इन योजनाओं में ऐसे पात्र व्यक्ति जो लाभ से वंचित है उन्हें इनसे जोड़ा जाए।
डॉ शर्मा ने कहा कि कोरोना के दौर में मनरेगा योजना आजीविका उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योजना साबित हुई है। यह खुशी की बात है कि राजस्थान मनरेगा के क्रियान्वयन में सबसे आगे है। हमारे प्रयास हो कि इस योजना के माध्यम से अधिकाधिक स्थायी सम्पतियों का सृजन हो। श्रमिकों को समय पर भुगतान मिले साथ ही उनके कार्यो की प्रभावी मॉनिटरिंग भी हो। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में आमतौर पर कम मात्रा में बारिश होती है ऐसे मे मनरेगा के माध्यम से मॉडल तालाब बनाना बेहतर होगा। उन्होने मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ इन्द्रजीत यादव को निर्देश दिए कि इस दिशा में कार्ययोजना बनाकर विशेष प्रयास करे।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से जुड़े हुए जिलो में टिड्डी का प्रकोप लगातार बना हुआ है। इस पर नियंत्रण के लिए पर्याप्त मात्रा में स्प्रेयर, कीटनाशी व अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करे। टिड्डियों के प्रकोप से किसानों की फसल खराब न हो इसके लिए हमें पुख्ता इंतजाम सूनिश्चित करने पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा कि संभाग में बारिश के बाद बुवाई को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद एवं बीज की आपूर्ति बनी रहे। किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं आए।
उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए संभाग की विभिन्न परियोजनाओं, पेयजल हाईवे सहित विभाग की अन्य योजनाओं को भी गति देने के निर्देश दिए। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने संभाग में किए जा रहे अपने विभाग के कार्यो से अवगत करवाया साथ ही आगामी कार्यो की रूपरेखा की जानकारी दी।
बैठक में सीईओ जिला परिषद इन्द्रजीत यादव, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त असलम मेहर, संयुक्त निदेशक पंजीयन एलएन बैरवा, चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ युद्धवीरसिंह राठौड़ व उपनिदेशक, डॉ सुनिल बिष्ट, एसई पीडब्ल्यूडी एनएच संजीव जैन, समाज कल्याण के उपनिदेशक अनिल व्यास, अधीक्षण अभियंता पीएचईडी नगर वृत जोधपुर जगदीश चन्द्र व्यास, एसई पीएचईडी रंजीत सिंघवी, एमडी डिस्कॉम अविनाश सिंघवी सहित समस्त संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।