जोधपुर जिला कलेक्टर की आईएएस अधिकारी पत्नी प पुत्री कोरोना संक्रमित
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। जोधपुर के नवनियुक्त जिला कलेक्टर इंद्रजीतसिंह की पत्नी व पुत्री कोरोना संक्रमित पाए गए है। वहीं जिला कलेक्टर स्वयं की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हाल ही जोधपुर में पदभार ग्रहण करने वाले इंद्रजीत सिंह की पत्नी भी आईएएस ऑफिसर है। उनकी पत्नी हाल ही पंजाब से जोधपुर पहुंची थी। इ जिला कलेक्टर की पत्नी कुछ दिन से पंजाब में थी। उनके यहां पहुंचने के बाद पंजाब में परिजनों में से कुछ लोगों को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर जिला कलेक्टर ने एहतियात के तौर पर स्वयं के अलावा पत्नी व पुत्री का टेस्ट कराया था। आज दोपहर को मिली जांच रिपोर्ट में मां-बेटी पॉजिटिव पाए गए। इन दिनों वे सर्किट हाउस में ही रह रहे है। ऐसे में उन्हें वहां क्वारैंटाइन किया गया है। वहीं जिला कलेक्टर स्वयं निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन की बैठकें ले रहे है। बता दे कि जोधपुर शहर में कोरोना के हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे है। गत चार दिन में लगातार सौ से अधिक मरीज मिल रहे है। कुल आंकड़ा बढक़र 3600 से पार चला गया है। वहीं जुलाई माह के 11 दिन में ही 800 से अधिक नए मरीज मिल चुके है। जोधपुर में सैंपलिंग कार्य को गति प्रदान की गई है। रोजाना तीन हजार से अधिक सैंपलों की जांच की जा रही है। गुरुवार को एक ही दिन में पांच हजार से अधिक की जांच की गई। वहीं इस माह में 36 हजार से अधिक जांच की जा चुकी है। जोधपुर शहर में पिछले करीब एक पखवाड़ा से कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां शहर के प्रत्येक क्षेत्र से लगातार मरीज मिलते जा रहे है। जोधपुर में जुलाई माह के पहले दस दिन में ही 15 जनों की मौत हो चुकी है जबकि अप्रेल माह में 7, मई में 12 व जून में 31 जनों की मौत हुई थी। प्रशासन का कहना है कि लगातार सैंपलिंग की संख्या बढ़ाकर लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। ऐसा करने से ही कोरोना को अन्य लोगों में फैलने से रोका जा सकता है।
जोधपुर में सबसे अधिक टेस्ट
प्र्रदेश में 10 लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच की जांच हो चुकी है लेकिन अभी भी कई जिलों में बढ़ते संक्रमित मरीजों को देखते हुए इन जिलों में रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। जयपुर, जोधपुर के बाद अलवर, भरतपुर और पाली में लगाातर नए संक्रमित मिल रहे है लेकिन अभी इन तीनों जिलों में जांच कराने वाले लोगों की संख्या कम है। बता दें कि अलवर में कुल जांचों में से 2.28 प्रतिशत, भरतपुर में 2.88 प्रतिशत और पाली में 4.25 प्रतिशत जांच हुई है ऐसे में इन जिलों में रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है। राज्य में अब-तक सबसे अधिक जोधपुर जिले में 17.63 प्रतिशत प्रतिशत और राजधानी जयपुर में 12.85 प्रतिशत प्रतिशत जांचें हुई है। प्रदेश में 17 जिलें अभी भी ऐसे है जिनमे कुल जांचों में से 2 प्रतिशत से भी कम जांच हुई है।