राजस्थान की पेयजल परियोजनाओं में केंद्र हर सहयोग को तैयार
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री शेखावत का राज्यों से पानी को लेकर आपसी समन्वय बनाने का आग्रह
सेवा भारती समाचार
जोधपुर। स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा की नदियों से सरप्लस पानी से राजस्थान के पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। इन परियोजनाओं को पूरा करने में केंद्र सरकार हर सहयोग देने को तैयार है। भाजपा के संभाग मीडिया प्रमुख अचल सिंह मेड़तिया ने बताया कि रविवार को आकाशवाणी जोधपुर के विशेष कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत मारवाड़ के श्रोताओं से मुखातिब हुए। आकाशवाणी जोधपुर के दोनों चैनल्स (सूर्यनगरी एवं एफ़एम सनसिटी) पर इसका लाइव प्रसारण हुआ। आकाशवाणी के असिस्टेंट प्रोग्राम डायरेक्टर रामकरण मीणा ने मंत्री शेखावत का स्वागत किया। उद्घोषक जफर खान सिंधी ने कार्यक्रम को होस्ट किया। तकनीकी सहयोग सहायक अभियंता राजेन्द्र गैंग का रहा। आकाशवाणी के इस कार्यक्रम में मंत्री शेखावत ने रेडियो पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए। शेखावत ने कहा कि तीन परियोजनाओं को पूरा करके राजस्थान की प्यास बुझाई जा सकती है। पहला, यमुना नदी का जल बंटवारा है। जब यमुना में मानसून के 45 दिन में खूब सारा पानी बहता है, तब 1900 क्यूसिक पानी राजस्थान के हक का है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय इसकी परियोजना बनी थी। हथिनीकुंड बैराज से चूरू जिले में पानी लाया जाए और यहां बांध बनाकर सिंचाई व पेयजल के लिए पानी मिल सकता है। ये परियोजना अभी विचाराधीन है। राजस्थान की सरकार को हमने लिखकर भेजा था कि आपने पाइप के माध्यम से पानी ले जाने की जो स्कीम भेजी है, उसमें लागत और समय, बहुत ज्यादा है, इसको कम करना चाहिए। शेखावत ने कहा कि दूसरा, मध्य प्रदेश की कुहू नदी से राजस्थान के हिस्से का पानी लाकर पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पेयजल संकट को दूर किया जा सकता है। ये करीब 45 हजार करोड़ की परियोजना है। राजस्थान और मप्र सरकार के बीच में अभी समझौता नहीं हो पाया है। तीसरा, पश्चिमी राजस्थान का जवाई बांध है, जिसने वर्षों तक जोधपुर की जनता की पानी की समस्या का भी समाधान किया है, इस बांध में भी गुजरात से सरप्लस पानी आ सके, उसकी परियोजना पर डीपीआर बनाकर विचार किया जा रहा है। यदि ये तीनों काम होते हैं तो राजस्थान के तीनों हिस्सों को बहुत बड़ी सहूलियत मिल सकती है।
- दूसरे दिन भी की जनसुनवाई
जोधपुर के सांसद एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने रविवार को दूसरे दिन भी सर्किट हाउस में जन सुनवाई की। शेखावत ने सुबह दस बजे से दोपहर तक आमजन से मुलाकात की। उन्होंने वहां आए लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। मंत्री शेखावत के जोधपुर होने की सूचना मिलने पर उनके संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण लोग उनसे मिलने पहुंचे। सर्किट हाउस में फरियादियों का हुजूम उमडऩे से मंत्री शेखावत ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का आग्रह किया। कोरोना काल में मंत्री से मिलने आए कई फरियादी तो अपनी पीड़ा बताते हुए बिलख पड़े। ऐसे में शेखावत ने अधिकारियों को उनकी समस्या का शीघ्र निवारण करवाने के निर्देश दिये। शेखावत के सर्किट हाउस में रहने से वहां दिन-भर फरियादियों का आना-जाना लगा रहा। जनसुनवाई के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष देवेन्द्र जोशी, देहात जिला अध्यक्ष मनोहर पालीवाल, महामंत्री महेन्द्र मेघवाल सहित अनेक भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे। - विकास नहीं, बाड़ाबंदी की सरकार: शेखावत
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने ली चुटकी
जोधपुर्र। स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये विकास की नहीं, बाड़ाबंदी की सरकार है। कभी मध्य प्रदेश की बाड़ाबंदी तो कभी गुजरात की बाड़ाबंदी राजस्थान में होती है। जोधपुर प्रवास के बाद दिल्ली रवाना होने से पहले रविवार को यहां केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि ये खुद ही नोटिस दे रहे हैं। खुद को नोटिस दे रहे हैं। अपने बाड़े में विधायकों को ला रहे हैं। मुझे लगता है कि प्रशासनिक क्षमता और जादूगिरी का उपयोग बाड़ाबंदी में ही हो रहा है। इन्होंने 10 दिन पहले विधायकों की बाड़ाबंदी की थी। अब फिर बाड़ाबंदी कर रहे हैं। राजस्थान की जनता इन बाड़ाबंदियों से अजिज आ चुकी है। वो विकास की तरफ देख रही है। किसान ऋण माफी की तरफ देख रहा है। युवा बेरोजगारी भत्ते की तरफ देख रहा है और सरकार बाड़ाबंदी करके विधायकों को फाइव स्टार होटल में आनंद लेने का मौका दे रही है। इस आपदा के काल में जनता सब देख और समझ रही है, इसका हिसाब निश्चित रूप से लेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये सारा ड्रामा प्रायोजित रूप से अपनी पिटी हुई फिल्म को सफल करने के लिए चल रहा है। विग्रह इनके घर में था। भटकाव इनके घर में है। लड़ाई इनके घर में है। उस लड़ाई के माध्यम से ये भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि न हमारा कोई मंतव्य है, न हमने कुछ किया है, न ऐसा करने का हमारा कोई विचार है, केवल और केवल ये अपनी नाकामयाबियों को छुपाने के लिए हमारे माध्यम से प्रहार कर रहे हैं। इनका कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना है। अब जनता परिपक्व शेखावत ने कहा कि देश और प्रदेश की जनता अब इतनी परिपक्व हो गई है कि लोकतंत्र के हत्यारों के इन सारे हथकंडों को बहुत अच्छी तरह से पहचानती है। आज से 43 साल पहले जब इन्होंने आपातकाल का काला कानून देश में लगाया था, तब देश का लोकतंत्र शायद इतना परिपक्कव नहीं था, लेकिन इसे हटाने के लिए लंबा संघर्ष राजनीतिज्ञों को करना पड़ा। आज न तो देश का युवा इन विषयों को स्वीकार करने के लिए तैयार है और न ही देश की जनता तैयार है। राजस्थान के मतदाता समझदार हैं। वो ठीक से इस बात को देख रहे हैं। इनका समय आने पर पूरा हिसाब बराबर करेंगे।